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नागा सन्यासियों के सबसे बडे श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े में महिला सहित 4 महामण्डलेश्वरों का हुआ पट्टाभिषेक, स्वामी अवधेशानंद जी ने किया मंत्र से दीक्षित

मनोज सैनी
हरिद्वार। नागा सन्यासियों के सबसे बड़े अखाड़े श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े में चार महामण्डलेश्वरों का पट्टाभिषेक हुआ। इनमें एक महिला मण्डलेश्वर भा शामिल है। अधिष्ठात्री देवी मायादेवी मन्दिर में मंत्रोच्चार के बीच जूनापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने मंत्राभिषेक कर उनको महामण्डलेश्वर बनाये जाने की घोषणा की। इस दौरान मेला आईजी संजय गुज्याल, मेला एसएसपी जन्मेजय खण्डूडी, एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, नगर कोतवाल अमरजीत सिंह ने भी मायादेवी पहुचकर पूजा अर्चना कर कुम्भ मेला के सकुशल सम्पन्न होने की कामना की। इससे पहले इन तीनों संतो के नाम की पुकार चरण पादुका मन्दिर से की गयी। कुम्भ मेला की तैयारियों के बीच जूना अखाड़े में गुरूवार को पिथौरागढ़ के स्वामी वीरेन्द्रानंद गिरि महाराज, रोहतक हरियाणा के स्वामी कर्णपुरी महाराज तथा जूनागढ़ गुजरात के साध्वी संत जय अम्बा गिरि तथा स्वामी विमल गिरि को आचार्य महाण्डलेश्वर से मंत्र से दीक्षित किया। चरणपादुका मन्दिर में पूजा अर्चना के बाद आनंद भैरव अखाड़ा में जाकर पूजा अर्चना की।

इस मौके पर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने मायादेवी को कलयुग का मुख्य अधिष्ठात्री बताते हुए जूना अखाड़े द्वारा सनातन संस्कृति के लिए जारी योगदान की चर्चा की। उन्होने तीनों महामण्डलेश्वरों के सनातन धर्म के साथ मानव सेवा के प्रति और ज्यादा प्रयास करने का आहवान किया। इस दौरान उत्तराखण्ड के विभिन्न क्षेत्रों से आये सांस्कृतिक दलों द्वारा मायादेवी प्रांगण में कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। गुरूवार को जिन तीन महामण्डलेश्वरों का पट्टाभिषेक हुआ, इनमें से स्वामी वीरेन्द्रानंद गिरि तथा स्वामी कर्णपुरी को शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती ने सन्यास की दीक्षा दी थी, जबकि स्वामी श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने अपना शिष्य बनाया। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने कुम्भ मेला 2021 के निर्विध्न, सकुशल होने की कामना करते हुए कहा कि सनातन धर्म को बढ़ाने में जूना अखाड़ा का योगदान और बढेगा। इस मौके पर अंतर्राष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज, राष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत मोहन भारती, श्रीमंहत महेशपुरी, श्रीमहंत शेैलेन्द्र गिरि, श्रीमहंत गणपतगिरि, उपाध्यक्ष श्रीमहंत विद्यानंद सरस्वती, प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि, थानापति नीलकंठ गिरि, सत्यागिरि महाराज के नेतृत्व में श्रीमहंत नीलकंठ गिरि, श्रीमहंत बिहारी गिरि, श्रीमहंत राजेश गिरि, श्रीमहंत राजेन्द्र भारती, श्रीमहंत भोला गिरि, श्रीमहंत कैलाशपुरी, श्रीमहंत बालयोगी पुरी, श्रीमहंत मनमोहन गिरि, श्रीमहंत घनश्याम गिरि आदि ने नवनियुक्त महामण्डलेश्वरों को शुभकामनाएं दी।

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