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न्याय पाने के लिये महिला दो बेटियों के साथ आत्महत्या के इरादे से पानी की टंकी पर चढ़ी, पढिये फिर क्या हुआ

पुश्तैनी भूमि को लेकर लगा रही थी प्रशासन से न्याय की गुहार, पटवारी पर लग रहे गम्भीर आरोप

हरिद्वार ब्यूरो

हरिद्वार। न्याय न मिलने की उम्मीद से क्षुब्ध एक महिला अपनी दो बेटियों के साथ आत्महत्या करने के इरादे से पानी की टंकी पर चढ गयी। जिसकी जानकारी लगते ही क्षेत्र में हड़कम्प मच गया। सूचना लगने पर पुलिस मौके पर पहुंची। जिन्होंने आसपास के लोगों की मदद से महिला को समझाने का प्रयास किया लेकिन महिला पुश्तैनी भूमि पर कब्जे को दिलाने की मांग पर अड़ गयी। जिसकी जानकारी लगते ही प्रशासन हरकत में आया। नायब तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और पीडिता से मामले की जानकारी लेते हुए समझा बुझाकर नीचे उतारा। प्रशासनिक अधिकारियों ने पूरे मामले की जांच कराने की बात कही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार की सुबह पाण्डेवाला ज्वालापुर स्थित गुघाल मन्दिर के सामने एक महिला अपनी दो बेटियों को लेकर पानी की टंकी पर चढ गयी। जिसने चिल्ला-चिल्ला कर आत्महत्या करने की चेतावनी दी। जिससे क्षेत्र में हड़कम्प मच गया। सूचना पर ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक प्रवीण सिंह कोश्यारी दल बल के साथ मौके पर पहंचे। जिन्होंने टंकी पर चढ कर महिला को बच्चों के साथ नीचे उतारने का प्रयास किया लेकिन महिला ने चेताया कि अगर उसको जबरन नीचे उतारने की कौशिश की गयी तो वह बच्चों के साथ नीचे कूद जाएगी। जब इस्पेक्टर प्रवीण सिंह कोश्यारी ने महिला की परेशान जानी तो उसने बताया कि उसकी पुश्तैनी भूमि पर पटवारी तेलूराम ने सांठगांठ कर कब्जा करा दिया है। उसको अपनी पुश्तैनी भूमि पर कब्जा दिलाया जाए। जिसकी जानकारी प्रशासन को दी गयी। सूचना पर प्रशासन हरकत में आया और नायब तहसीलदार ललित पोखरियाल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जिन्होंने बच्चों के साथ पानी की टंकी पर चढी महिला को नीचे उतारने का प्रयास किया तो उसने न्याय दिलाने की बात रखी। जिस पर बडी मुश्किल से महिला व उसके बच्चों को नीचे उतारकर मामले की जानकारी ली गयी। जिस पर नायब तहसीलदार ने पीडिता को भरोसा दिलाया कि भूमि के सम्बंध में पूरे अभिलेख एकत्रित करते हुए जांच की जाएगी। नायब तहसीलदार सहित पुलिस अध्किारियों के समझाने पर महिला शांत हुई। नायब तहसीलदार ने माना हैं कि उक्त भूमि पीडिता के नाम है लेकिन अभिलेखों की जांच के बाद ही सही नतीजे पर पहुंचा जाएगा।

 

पढिये क्या है पीडिता का कहना

पीडिता दो बार प्रेस क्लब हरिद्वार में पत्रकार वार्ता कर अपनी पीडा साझा कर चुकी हैं और सिस्टम पर गम्भीर आरोप लगा चुकी है। पीडिता का कहना हैं कि उसकी पुश्तैनी 33 बीघा कृषि भूमि जमालपुर कनखल हरिद्वार में है। जिसमें से 30 बीघा भूमि उसके ससुर द्वारा बेची जा चुकी हैं, लेकिन तीन बीघा भूमि अभी भी उनके हक में है। आरोप हैं कि क्षेत्र के पटवारी तेलूराम ने अन्य लोगों के साथ सांठगाठ कर उनकी तीन बीघा भमि पर कब्जा करा दिया है। जबकि उसके भूमि के सम्बंध में उसके पास प्रयाप्त प्रमाण है। मगर उन प्रमाणों को पटवारी द्वारा नजर अदांज किया जा रहा है। आरोप हैं कि पटवारी तेलुराम उनको सीधे सीधे धमका रहा हैं कि उसकी शिकायत किसी से भी कर लो, कुछ होने वाला नहीं है। अगर उसकी शिकायत राज्यपाल से भी करोगी तो वहां से शिकायत डीएम से होती हुई तहसीलदार के पास पहंचेगी, जहां से शिकायत जांच उसके पास आयेगी। अब तुम समझ लो कि उक्त भूमि के मामले में कुछ होने वाला नहीं है। पीडिता का कहना हैं कि उसने भूमि को उनके हक में कराने के लिए प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, गृह मंत्री सहित डीएम को पत्र लिख कर गुहार लगा चुकी है।

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