देहरादून। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत माल्टे की बेकद्री से चिंतित हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लिखते हुए हरीश रावत ने लिखा है कि #माल्टे की बेकद्री से मैं बहुत चिंतित हूं। हमारा #माल्टा, #संतरा और #नींबू बहुत स्वादिष्ट हैं। लोगों से कहा जा रहा है कि आप ₹3 किलो नींबू व 7 रुपया किलो माल्टा बेचो और वो भी खरीद केंद्र पर खरीदा जायेगा। जितना मूल्य नहीं मिलेगा उससे ज्यादा ढुलाई लग जायेगी। #राज्य_सरकार या तो ढुलाई के दाम भी खुद दे और मेरा सुझाव है कि यदि खरीद मूल्य घोषित भी कर दिया है, तो नींबू व माल्टा पर 2-3 रुपया बोनस प्रति किलो के हिसाब से दीजिये, जिससे कम से कम माल्टा और नींबू पैदा करने वाला काश्तकार कुछ तो राहत महसूस करे और आगे नींबू व माल्टे लगायेगा। यदि ऐसा ही हिसाब रहा तो जिन लोगों ने नींबू व माल्टा का पेड़ कहीं लगाया भी होगा, तो उसे भी उखाड़ कर फेंक देंगे और मैं राज्य सरकार को यह भी सुझाव दूंगा कि नींबू, माल्टा व संतरे का जो रस बनाकर के उसकी प्रोसेसिंग करने वाले लोग हैं, उनको भी #प्रोत्साहित करिये और तब तक जो लोग कर रहे हैं, उन तक पहुंचिये और उनसे कहिये कि आप खरीदो और सरकार की तरफ से आपको प्रोत्साहन दिया जाएगा

More Stories
डॉ हरक सिंह रावत ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से की 14 दिसंबर को दिल्ली में होने वाली महारैली की समीक्षा।
एसआईआर (SIR)की तैयारियों को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने की समीक्षा। कहा बीएलए अपने क्षेत्र के मतदाताओं से संपर्क, समन्वय और संवाद स्थापित करें।
14 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली “वोट चोर-गद्दी छोड़” महारैली में भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता करेंगे कूच।