सनत शर्मा
हरिद्वार। भारतीय मुद्रा को पेट्रोल पम्प वालों ने लेने से मना कर दिया और पेट्रोल पम्प कर्मियों द्वारा उपभोक्ता के साथ अभद्र व्यवहार भी किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार दुष्यंत सैनी निवासी कुतुबपुर अपने साथी के साथ कहीं आवश्यक कार्य से अपनी मोटरसाइकिल पर जा रहे थे और उन्होंने सिडकुल डेंसो चौक के पास स्थित भारत पेट्रोल पंप 150 रुपये का पेट्रोल अपनी मोटरसाइकिल में भरवाया जब दुष्यंत सैनी ने पेट्रोल पंप कर्मी को 10 रुपये के सिक्के दिए तो उक्त पेट्रोल पम्प कर्मियों ने 10 रुपये के सिक्कों को लेने से मना कर दिया।
दुष्यंत सैनी ने जब इस बात का प्रतिकार किया तो पेट्रोल पम्प कर्मी मारपीट पर उतारू हो गए और उनसे अभद्रता करने लगे। उनका कहना था कि बैंककर्मी उनसे इन सिक्कों को नहीं लेते। अब बड़ा सवाल यह है कि जब भारत सरकार ने इन सिक्कों को जारी किया है तो कोई भी बैंक इन सिक्कों को कैसे लेने से मना कर सकता है। आपको बताते चलें कि यदि कोई भी व्यक्ति भारतीय मुद्रा को लेने से मना करता है तो यह एक दण्डनीय अपराध की श्रेणी में माना जाता है लेकिन शायद दुष्यंत को इस बात की जानकारी नहीं होगी अन्यथा वह इसकी शिकायत सम्बन्धित थाने में जाकर कर सकता था। बहरहाल यदि सरकार ने 10 रुपये के सिक्के प्रचलन में जारी किये हैं तो कोई भी व्यक्ति उन सिक्कों को लेने से मना नहीं कर सकता।

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