
विकास झा
हरिद्वार। गंगा के मध्य बने बैरागी कैम्प में अवैध अतिक्रमणकारियों को हटाने गई सिंचाई विभाग टीम को अतिक्रमणकारियों के साथ स्थानीय भाजपा के वार्ड पार्षद और विधायक का भी विरोध झेलना पड़ा। फिलहाल टीम मौके से वापस लौट आई है। बड़ा सवाल यह है कि कुंभ मेला के लिए आरक्षित भूमि पर अवैध निर्माण कार्य बचाने के लिए भाजपा के पार्षद और विधायक क्यों जुटे हुए हैं। देश में जिस तरह से जनसंख्या की दर बढ़ रही है उस हिसाब से आने वाले अर्ध कुंभ और महाकुंभ में बड़े पैमाने पर भूमि की आवश्यकता होगी। ऐसे में सरकार मेले के आयोजन के लिए कहां से भूमि उपलब्ध कराएगी। वहीं स्थानीय लोगों का आरोप है कि सिंचाई विभाग की कार्यवाही गरीबों की झुग्गी झोपड़ी उजारने तक सीमित है। जब बैरागी द्वीप में बने पक्के निर्माण कार्यों पर उनकी नजर नहीं पड़ रही। अखाड़े, आश्रम सहित अन्य लोगों का पक्का निर्माण कार्य क्यों नहीं दिखाई दे रहा है। कच्चे पक्के निर्माण के बीच कुंभ मेला की भूमि सिकुड़ती जा रही हैं। लेकिन शासन, प्रशासन और अखाड़े का ध्यान इस ओर नहीं है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को सिंचाई विभाग की टीम पुलिस बल के साथ बैरागी द्वीप में बने देवपुरा एहतमाल में अवैध निर्माण को तोड़ने पहूंची। जेसीबी की मदद से अवैध निर्माण को तोड़ने की कार्रवाई शुरू की लेकिन हटाने की कार्रवाई के दौरान लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही स्थानीय वार्ड पार्षद सचिन अग्रवाल मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का विरोध किया। हालत बेकाबू देख विधायक मदन कौशिक को मौके पर बुला लिया। मदन कौशिक के नेतृत्व मे अतिक्रमणकारियों व मदन समर्थकों ने बजरी वाला में अतिक्रमण हटाने आई टीम का भारी विरोध किया।
हरिद्वार विधायक मदन कौशिक ने सिंचाई विभाग की टीम से मांगे भूमि संबंधी अभिलेख मांगे। कागज नहीं दिखाने के कारण विधायक ने बजरी वाला को देवपुरा एहतमाल ग्राम समाज भूमि बता अतिक्रमण हटाने आई टीम को बैरंग लौटाया ।
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