
मनोज सैनी
हरिद्वार। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कुंभ नगरी में शराब पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक आदेश कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि कुंभ क्षेत्र में शराब की दुकान पूरी तरह बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री आज हरिद्वार के संत बाहुल्य क्षेत्र भूपतवाला में अखंड परम धाम आश्रम में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि हरिद्वार में अगले महाकुंभ के लिए अभी से अखाड़ों को जमीन चिन्हित कर आवंटित कर दी जाएगी ताकि भविष्य में कोई साधु संतों को दिक्कत ना हो। उन्होंने कहा कि संतो को कोई भी सुविधा मेले में नहीं होने दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरिद्वार कुंभ दिव्य और भव्य होगा। किसी को भी गंगा स्नान करने में रोक-टोक नहीं की जाएगी। उन्होंने साधु संत और श्रद्धालुओं से अपील की कि वह कोविड-19 को देखते हुए केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पूरी तरह पालन करें। मास्क लगाए सैनिटाइजर का प्रयोग करें। साबुन से बार-बार हाथ धोएं और सामाजिक दूरी बनाए रखें।
उन्होंने कहा कि हम स्वयं स्वस्थ रहें और दूसरों को भी स्वस्थ रखें ताकि पूरा समाज स्वस्थ रहें पूरा देश स्वस्थ रहें मुख्यमंत्री ने कहा कि संतों की भावनाओं का पूरा सम्मान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड में शामिल किए गए 51 मंदिरों को बोर्ड से मुक्त कर दिया जाएगा और देवस्थानम बोर्ड के बारे में पुनर्विचार किया जाएगा। इस बारे में उनकी सरकार गंभीरता से विचार करेगी और भी जल्दी ही चार धामों के तीर्थ पुरोहितों की बैठक बुलाएंगे और किसी के भी अधिकार को उनकी सरकार किसी को भी छीनने नहीं देगी। उन्होंने कहा कि चार धामों के बारे में शंकराचार्यो द्वारा प्राचीन काल से जो व्यवस्था की गई है। उसका पूरी तरह पालन किया जाएगा। उसमें कोई छेड़छाड़ नहीं होगी और ना ही किसी के अधिकारों में कटौती होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में जो भी मेरे हाथ में होगा वह मैं करूंगा। संतो को निराश नहीं होने दूंगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि जब उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो सबसे पहले उनके एजेंडे में हरिद्वार का महाकुंभ और देवस्थानम बोर्ड का मुद्दा था और उन्होंने शपथ लेते ही अगले दिन हरिद्वार में आकर कुंभ के पहले शाही स्नान में संतों का आशीर्वाद लिया। उन पर पुष्प वर्षा की और कुंभ में स्नान के लिए सभी लोगों कोविड-19 दिया जिसके कारण 35 लाख से ज्यादा लोग पहले शाही स्नान पर्व में क्षेत्र में आए जो एक रिकॉर्ड है। मैंने आते ही सभी अखाड़ों संतो के लिए कुंभ में भूमि देने के आदेश दिए और कोरोना से ठीक होने के बाद वे गंगा सभा हरिद्वार द्वारा हर की पैड़ी पर आयोजित गंगा पूजन में आए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने कुंभ को सकुशल दिव्य में बनाने के लिए अधिकारियों को जरूरी आदेश दिए हैं कुंभ के कामों में किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि कुंभ नगरी संतो की तपोभूमि है। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शन मंडल की बैठक में पहुंचने पर साधु संतों ने उनको माला पहनाकर आशीर्वाद दिया मुख्यमंत्री ने सभी संतो को नमन किया उनका अभिनंदन किया।
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