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भेल से 7 व केंद्र सरकार से 8 मांगों के लिये भेल के श्रमिक संगठनों ने किया भेल व केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन

हरिद्वार ब्यूरो
हरिद्वार। भेल मे कार्यरत 10 यूनियनों इंटक (हीप व सीएफएफपी), एटक (हीप व सीएफएफपी), एचएमएस (हीप व सीएफएफपी), सीटू, बीएमटीयू, बीकेयूएम, बीकेकेएमएस द्वारा संयुक्त रुप से भेल, हरिद्वार मे भेल प्रबन्धन एवं केन्द्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया।

 

सर्वप्रथम हीप मेन गेट पर प्रदर्शन किया गया जिसमे यूनियनो के पदाधिकारियो ने गेट पर भेल प्रबन्धन एवं केन्द्र सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करके अपना विरोध जताया। इसके बाद द्वार सभा को शुरु किया गया, सभा का संचालन एटक(हीप) के महामंत्री सन्दीप चौधरी ने किया तथा अध्यक्षता सीटू के महामंत्री के.एस. गुसाई ने की इस दौरान इंटक(हीप) के महामन्त्री राजबीर सिंह एवं एचएमएस (हीप) के वरि. उपाध्यक्ष प्रेमचन्द सिमरा ने सभा को सम्बोधित किया।
इसके बाद दिनांकः 12.11.20 को दिल्ली मे होने जा रही जेसीएम की बैठक मे विभिन्न मुद्दो के समाधान कराये जाने हेतु श्रमिको की माँगो का एक ज्ञापन महाप्रबन्धक, मानव संसाधन के माध्यम से निदेशक, मानव संसाधन, काँरपोरे्ट कार्यालय, दिल्ली को भेजा गया।

केन्द्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियो एवं हठधर्मिता के खिलाफ दिनांक 26.11.2020 को होने जा रही देशव्यापी हडताल मे शामिल होने के लिये महाप्रबन्धक, मानव संसाधन, भेल हरिद्वार को समस्त यूनियनो द्वारा हडताल का नोटिस सौंपा गया। इस दौरान सामाजिक दूरी का भी विशेष ध्यान रखा गया।
आज के प्रदर्शन को विशेष तौर पर निम्न माँगो को लेकर किया गया :भेल प्रबन्धन से माँगः
1.) श्रमिको के वेतन मे से 50% पर्क्स कटौती को शीघ्र बन्द किया जाये तथा एरियर सहित 100% पर्क्स का भुगतान किया जाये।
2.) 2019-20 के बोनस/एसआईपी एवं पीपीपी का भुगतान जल्द किया जाये।
3.) दिनांक 01.04.20 से डी.ए. वृद्धि को बहाल किया जाये।
4.) कैन्टीन एवं ट्रांसपोर्ट सब्सिडी को खत्म करने के प्रस्ताव को निरस्त किया जाये।
4.) केन्द्रीयकृत इंसेटिव स्कीम को शीघ्र लागू किया जाये।
5.) लैपटाँप प्रतिपूर्ति को बहाल किया जाये।
6.) ₹ 01 करोड का टर्म इंश्योरेंस शीघ्र लागू किया जाये।
7.) समस्त पे-अनामली को शीघ्र दूर किया जाये ।
:केन्द्र सरकार से माँगः

1.) सार्वजनिक क्षेत्र के विनिवेशीकरण/निजीकरण पर रोक लगायी जाये।
2.) मजदूर विरोधी श्रम संहिताओ को वापस लिया जाये।
3.) समय से पूर्व सेवानिवृति के उत्पीडनमय आदेश को वापिस लिया जाये।
4.) सार्वजनिक क्षेत्र की परिसंपत्तियो के मोनेटाईजेशन पर रोक लगायी जाये।
5.) केन्द्र एवं राज्य सरकारो मे रिक्त पदो पर शीघ्र भर्ती की जाये।
6.) बोनस एवं प्रोविडेन्ट फण्ड की अदायिगी पर सभी बाध्यता सीमा हटाई जाये।
7.) सभी के लिये पेंशन लागू की जाये तथा ईपीएस पेंशन मे सुधार किया जाये।
8.) न्यूनतम वेतन ₹21000/- शीघ्र घोषित किया जाये।

प्रदर्शन के दौरान इंटक (हीप) के महामंत्री राजबीर सिंह, एचएमएस (हीप) के महामंत्री मनीष सिंह, एटक (सीएफएफपी) के महामंत्री सौरभ त्यागी , सीटू के अध्यक्ष विरेन्द्र नेगी, एटक (हीप) के महामंत्री सन्दीप चौधरी, बीएमटीयू के महामंत्री अवधेश कुमार, बीयूकेएम के का. अध्यक्ष रितेश सिंहल, इंटक (सीएफएफपी) के अध्यक्ष सुकरमपाल सिंह
एटक, (सीएफएफपी) के का. अध्यक्ष आईडी पन्त, इंटक (सीएफएफपी) के महामन्त्री केपी सिंह, एटक (हीप) के अध्यक्ष मनमोहन कुमार, एचएमएस के अध्यक्ष एम.पी. सिंह, सीटू के सुरेन्द्र कुमार, बीएमटीयू के का.अध्यक्ष नीशू कुमार सहित विभिन्न यूनियनो के मुकुल राज, रविप्रताप राय , अमृत रंजन, सचिन चौहान, अश्वनी चौहान, नईम खान, इमतियाज, जितेन्द्र पटेल, सुनिल कुमार, संकल्प त्यागी, अजित सिंह, दीपक कुमार, रामसंजीवन, सुनिल कुमार, पवन कुमार, संतोष तिवारी आदि उपस्थित रहे।

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