Apne log news

No.1 news portal of Uttarakhand

मौनी अमावस्या पर लाखों श्रद्धालुओं ने किया पवित्र गंगा में स्नान, आज के दिन पवित्र नदियों में स्नान किए जाने का बड़ा ही महत्व

सुनील मिश्रा
हरिद्वार। मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर आज देश भर से आए लाखों श्रद्धालु यात्रियों ने हर की पैड़ी ब्रह्मकुंड सहित गंगा के अनेक घाटों पर मां गंगा के पवित्र गंगा जल में डुबकी लगाते हुए स्नान कर पुण्य अर्जित किया। गुरुवार को मौनी अमावस्या स्नान पर्व के लिए बाहर से आने वाले यात्रियों को कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट लाने और पोर्टल पर पंजीकरण की बाध्यता प्रशासन द्वारा हरिद्वार में गंगा सभा और व्यापार मंडलों के द्वारा की गई आपत्ति एवं विरोध जताए जाने के बाद श्रद्धालु यात्रियों ने बड़ी संख्या में गंगा स्नान के लिए अपना रुख हरिद्वार की ओर किया। वहीं पौराणिक मान्यताओं के अनुसार आज मौनी अमावस्या के दिन मौन व्रत धारण किए जाने का विधान बताया गया है। आज के दिन सुबह मौन धारण करते हुए मां गंगा एवं अन्य पवित्र नदियों में स्नान किए जाने का बड़ा ही महत्व बतलाया गया है। इस दिन साधक को मौन व्रत धारण करते हुए भगवान शिव एवं विष्णु की साधना करने पर करोड़ों गुना पुण्य फल की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में आज के दिन पीपल की पूजा किए जाने का बड़ा विधान बताया गया है। अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ को सींचने से पितरों की आत्मा को शांति एवं मोक्ष की प्राप्ति होती है। वहीं हर की पैड़ी स्नान के बाद श्रद्धालु यात्रियों ने अपने अपने पूर्वजों पितरों के निमित्त दान पुण करते हुए मोक्ष की कामना की। स्नान सुबह सवेरे से लेकर देर शाम तक चलता रहा। शाम को होने वाली मां गंगा की दैनिक आरती में लाखों लोगों ने उपस्थित होकर आरती दर्शन का पुण्य प्राप्त किया। मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर स्नान करने के लिए हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड पर सुबह से ही भीड़ जुटने शुरू हो गई थी। यात्रियों ने सरकार द्वारा कोविड-19 को लेकर जारी की गई गाइडलाइंस सावधानी को अपनाते हुए गंगा स्नान किया। गंगा स्नान करने वालों में सर्वाधिक संख्या दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, यूपी, उत्तराखंड, राजस्थान आदि बाहर से आने वाले गंगा भक्तों की रही। इस मौके पर बाहर से आने वाले यात्रियों ने कुशा घाट, श्रवण नाथ घाट, रामघाट, विष्णु घाट, सर्वानंद घाट, कनखल के दक्ष घाट आदि कई घाटों पर गंगा में डुबकी लगाते हुए पवित्र स्नान का पुण्य अर्जित किया। स्नान के बाद लोगों ने अपने-अपने पितरों के निमित्त पिंड दान श्राद्ध तर्पण आदि करते हुए दान दक्षिणा कर अपने पितरों के निमित्त मोक्ष की कामना की। इस दौरान स्नान पर्व को सकुशल संपन्न कराने के लिए मेला एवं जिला पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए गए। सुरक्षा की दृष्टि से कुंभ मेला क्षेत्र को 9 जून और 25 सेक्टर में बाटा गया था। कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत, अपर मेला अधिकारी हरवीर सिंह, जिलाधिकारी श्री रविशंकर, एसएसपी हरिद्वार सहित तमाम प्रशासनिक अधिकारी संपूर्ण मेला क्षेत्र का भ्रमण करते हुए व्यवस्थाओं का पल पल जायजा लेते रहे। जिसके चलते आज कुंभ का बड़ा स्नान पर्व प्रशासनिक अधिकारियों की देखरेख में सकुशल संपन्न हो गया।

अधिक पढ़े जाने वाली खबर

Share
error: Content is protected !!