
सुनील मिश्रा
हरिद्वार। प्रदेश व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष संजीव चौधरी ने हरिद्वार प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता करते हुए प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा है कि कोरोना काल में बर्बाद हुए व्यापारियों की आखिरी उम्मीद बस अब महाकुम्भ ही है। ऐसे मे यदि कुम्भ मे आने वाले यात्रियों से कोरोना की रिपोर्ट की बाध्यता हुई तो यात्री हरिद्वार नही आ पाएगा। इन सब बातों को देखते हुए सरकार को कोरोना रिपोर्ट की बाध्यता को समाप्त कर देना चाहिए। व्यापारी नेता ने कहा की जब चुनावी रैलियों की भीड़ एवं राजनीतिक कार्यक्रम की भीड़ तय नहीं की जा रही है तो आस्था के पर्व कुम्भ मे स्नान में आने वाले यात्रियों की भीड़ भी तय नहीं की जानी चाहिए। इससे तो यात्री की संख्या कम होगी और बाज़ारों की हालत मे ठीक से सुधार नही होगा। वार्ता करते हुए आगे प्रदेश अध्यक्ष चौधरी ने कहा की कुम्भ मे सामूहिक भजन-कीर्तन पर भी रोक नही होनी चाहिए। कुम्भ की भव्यता और दिव्यता तो इन सब से ही होगी तथा हम व्यापारी वर्ग शासन-प्रशासन के साथ कुम्भ के सफल आयोजन को तैयार है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार का व्यापारी पूरी तरह से टूट चुका है। अब यदि कुम्भ का आयोजन बड़ा ना हुआ तो व्यापारी सड़क पर आ जाएगा। इसलिये इन सब बातों को मद्देनजर रखते हुए सरकार इस फैसले को तुरंत वापस ले नहीं तो व्यापारी लोग आंदोलन करने को मजबूर होंगे। पत्रकार वार्ता में अनुशासन समिति के अध्यक्ष सुधीश श्रोत्रिय व ज़िला उपाध्यक्ष पंकज सवन्नी ने कहा की ये सब अगर तय किया जा रहा है तो सरकार अखाड़ों की तर्ज़ पर व्यापारियों की भी आर्थिक सहायता करे और सभी के खाते मे सीधे एक एक लाख रुपय की आर्थिक सहायता करे। ज़िला उपाध्यक्ष अशोक गिरी व व्यापारी नेता संजीव कुमार ने कहा की कुम्भ की भव्यता के साथ सफल संपनता के लिए व्यापारी वर्ग सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है तो ऐसे मे सरकार ऐसा कोई फ़ैसला ना ले।
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