अमित शर्मा
हरिद्वार। युवा प्रदेश, युवा नेतृत्व की सोच अब धरातल पर भी दिखने लगी है। साल के प्रारम्भ से ही प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन कि चर्चाएं तेज हो गई थी। जिसका असर मार्च में नेतृत्व परिवर्तन के रूप में हुआ। तभी से ये माना जा रहा है कि इस बार विधानसभा चुनावों में भी कई परिवर्तन देखने को मिल सकते है। धामी को मुख्यमंत्री के रूप में चुन कर आलाकमान ने तीसरी पंक्ति के विधायक को प्रदेश का नेतृत्व करने का मौका दिया। कई वरिष्ठ विधायको को दर किनार कर युवा चेहरों को तब्बजो दी जा रही है।
माना जा रहा है कि आगामी चुनावों में कई बड़े नाम काट कर युवा चेहरों को आगे लाने का रणनीति बनाई जा रही है। वही हरिद्वार नगर से विधायक व वर्तमान में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन कौशिक पर आगमी विधानसभा 2022 में पार्टी को पूरे प्रदेश में जीत दिलाने का जिम्मा है। वैसे भी पार्टी की रीति नीति के अनुसार एक व्यक्ति एक पद के अनुसार प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए मदन कौशिक को विधानसभा चुनाव नही लड़ना चाहिए। वही अब हरिद्वार के युवा चेहरे पूर्व पार्षद कन्हैया खेवड़िया को भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष के पद से आगामी विधानसभा के मद्देनजर कार्यमुक्त किया जाना, किसी बड़े राजनीतिक घटनाक्रम की ओर इशारा कर है। बता दे कि कन्हैया के राजनीति गुरु मदन कौशिक ही है, मदन के सानिध्य में ही कन्हैया ने अपना राजनीतिक वजूद तैयार किया है। कन्हैया युवाओं में बेहद लोकप्रिय है, उनकी साफ स्वच्छ छवि व घर-घर मे उनकी पहचान है। कोरोना काल मे संकल्प प्रकाश समाजिक संस्था के माध्यम से कन्हैया की टीम ने शहर में अपनी सेवा भावी पहचान बनाई है। हरिद्वार की जनता कन्हैया को मदन के उत्तराधिकारी के रूप में देख रही है।
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