
मनोज सैनी
पिथौरागढ़। राजनेताओं के बयानों से लगता है कि उत्तराखंड में इस बार का चुनाव विकास पर नहीं, हिन्दू मुस्लिम पर लड़ा जायेगा। कुमाऊँ दौरे पर गये उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने अपने पैतृक गांव में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में इगास की छुट्टी दी तो लोग कहने लगे कि इगास तो रविवार को है, इसके बाद हमने सोमवार को छुट्टी दे दी तो मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का नाम लिये बिना कहा कि उन्होंने तो शुक्रवार की छुट्टी की थी और ये सब जानते है क्यों? क्योंकि उस दिन नमाज पढ़नी थी।
इसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने फिर कहा कि वे किसी का नाम नहीं लेना चाहते हैं। वे सबका सम्मान करते हैं। हम छुट्टी अपने त्यौहारों पर दे रहे हैं और उनको नमाज पढ़ने के दिन छुट्टी देनी थी। इसके बाद वे ही लोग उत्तराखंड की बात कर करते हैं। उत्तराखंडियत को आगे करते हैं। जब-जब चुनाव होते हैं, वे ऐसी बातें करने लगते हैं।
बता दें कि बीते दिनों जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह देहरादून आए थे, तभी उन्होंने शुक्रवार की छुट्टी को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत पर निशाना साधा था। अमित शाह ने कहा था कि हरीश रावत के समय में हाईवे पर नमाज पढ़ी जाती थी। हालांकि हरीश रावत ने अमित शाह के इस आरोप का जवाब दिया था। हरीश रावत ने अमित शाह को चुनौती देते कहा था कि अगर बीजेपी सरकार शुक्रवार की छुट्ठी का शासनदेश जनता के सामने रख दे तो वे राजनीति से संन्यास ले लेगे।
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