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एसएसपी ने रुड़की क्षेत्र में हुई एटीएम लूट का किया खुलासा। हरियाणा के नूँह से दबोचे 2 आरोपी गिरफ्तार, 4 अभी भी हैं फरार। पढ़िए पूरी खबर

मनोज सैनी

हरिद्वार। कोतवाली क्षेत्र रुड़की के ढण्ढेरा में 15- 16 दिसम्बर की मध्य रात्रि को स्कॉर्पियो सवार अज्ञात बदमाशों द्वारा एसबीआई एटीएम मशीन को गैस कटर से काटकर एटीएम में रखी समस्त नकदी को चोरी कर ले जाने के सम्बन्ध में कोतवाली रुडकी पर मु0अ0सं0 786/2023 धारा 380,457 भादवि पंजीकृत किया गया था। देर रात हुई घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई।

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घटना की संवेदनशीलता को देखते हुये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा तत्काल 04 अलग- अलग पुलिस टीमों का गठन करते हुए महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हुए घटना के सकुशल अनावरण हेतु निर्देशित किया गया एंव स्वयं भी लगातार एसपी देहात, व सीओ रुड़की व खुलासे में लगी टीम सदस्यों से समय-समय पर बात करते प्रगति लेते रहे। हरिद्वार पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले 2 अपराधियों सलमान पुत्र जाकिर हसन नि० ग्राम कलियाकी थाना तावडू जिला नूँह हरियाणा उम्र 32 वर्ष,  साबिर पुत्र रूदार नि० ग्राम भोजपुर थाना गोपालगढ जिला डींग राजस्थान को मेवात हरियाणा को गिरफ्तार किया है जबकि 4 अन्य आरोपी रफीक उर्फ बच्ची नि० ग्राम रिहाडी थाना तावडू जिला नूँह हरियाणा, शौकत पुत्र लूला नि० ग्राम शिकारपुर थाना तावडू जिला नॅह हरियाणा, सहूद नि० ग्राम बावला तावडू जिला नूह हरियाणा, खालिद नि० ग्राम बावला तावडू जिला नूँह हरियाणा अभी भी फरार चल रहे हैं। पुलिस टीम ने अपराधियों कैंपस से आई फोन कीमत 70000/ रूपये, गैस कटर मय सिलेण्डर, एक अदद तंमचा 315 बोर, 20000/ रूपये कैश, घटना से प्राप्त राशि से खरीदा गया आई फोन कीमत 52000/ रूपये, घटना में प्रयुक्त स्कार्पियो वाहन को बरामद किया है।

घटना का खुलासा

घटना के खुलासे के लिए गठित टीमों द्वारा आपस में समन्वय स्थापित करते हुये घटनास्थल के आसपास से सीसीटीवी फुटेज की गहनता से अवलोकन करते हुये एंव मेनुअल पुलिसिंग के आधार पर जानकारी प्राप्त की गयी कि उक्त वारदात को एक सफेद रंग की स्कॉपियो में सवार लगभग 05 व्यक्तियों के द्वारा अन्जाम दिया जाना पाया गया। इसी क्रम में टीमों द्वारा उक्त स्कॉपियो सवार बदमाशों के आने-जाने के 300 किलोमीटर से अधिक लम्बे मार्ग के लगभग 800 से अधिक सीसीटीवी फुटेजों का दिन-रात गहनता से अवलोकन किया गया तो प्रकाश में आया कि उक्त घटना में संलिप्त अज्ञात अभियुक्तगण द्वारा घटना में प्रयुक्त स्कॉपियो की पुलिस से पहचान छिपाने हेतु दो अलग-2 राज्यो के किसी अन्य स्र्कोपियो वाहनों के फर्जी नम्बर प्लेटों का प्रयोग किया गया तथा स्र्कोपियो पर पुलिस से बचने व भ्रमित करने के लिए मूल स्वरूप में अलग-2 निशान बनवाये गये थे जिनको घटना कारित करने के बाद पुलिस को भ्रमित करने हेतु अलग-2 राज्यों में हटाये गये थे। पुलिस टीमों द्वारा पूर्व में इस तरह की वारदात को अन्जाम देने वाले विभिन्न राज्यों से जानकारी प्राप्त की गयी तो जानकारी मिली की इस तरह की घटनाओं को राजस्थान व हरियाणा के मेवात क्षेत्र के कुख्यात बदमाशों द्वारा अन्जाम दिया जाता है। पुलिस टीमों द्वारा लगातार कड़ी मेहनत व लगन के साथ विगत 10 दिनों तक स्कॉपियो सवार बदमाशों के घटना के बाद जाने के मार्ग के सीसीटीवी फुटेज चैक करते-2 पंचगॉव मानेसर हरियाणा पहुँचे जहाँ पर एक दुकान पर सीसीटीवी फुटेज में पुलिस टीम को घटना में संलिप्त एक बदमाश स्र्कोपियो से उतरते हुये दिखायी दिया जिसका पूर्ण स्पष्ट चेहरा दिखायी दिया। जिसकी सीसीटीवी से फुटेज निकालकर पुलिस टीम द्वारा आसपास के सभी थाना क्षेत्रों में मुखवीर खास को दिखाकर शिनाख्त के प्रयास किये गये तो उक्त व्यक्ति की शिनाख्त सलमान पुत्र जाकिर हसन नि० ग्राम कलियाकी थाना तावडू जिला नूँह हरियाणा के रूप में हुयी।

अभियुक्तों का अपराध करने का तरीका
अभियुक्तों द्वारा घटना से पूर्व घटनास्थल को आने व जाने के मार्ग का पूर्व से निर्धारण किया जाता है तथा पुलिस से बचने हेतु टोल नॉको पर जाने वाले रास्तों से ना होकर छोटे-2 कस्बों के लिंक मार्गों का इस्तेमाल किया जाता है। अभियुक्त इतने शातिर है कि घटना करने से पूर्व मोबाईल फोनों का इस्तेमाल नहीं करते थे तथा घटना में संबंधित राज्य के ही वाहनों का इस्तेमाल करते थे और घटना वाले जनपद या आस- पास के जनपद भी फर्जी नंबर प्लेटे लगाकर घटना वाले दिन वाहन को इस्तेमाल करते थे। पुलिस टीम द्वारा उक्त की अपराधिक पृष्ठभूमि की जानकारी की गयी तो उक्त व्यक्ति द्वारा अपने गिरोह के साथियों के साथ मिलकर अलग-2 राज्यों में एटीएम कटिंग के कई वारदातों को पूर्व में अन्जाम दिया जाना प्रकाश में आया। जिनकी धरपकड हेतु दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान व हरियाणा की पुलिस टीम एटीएम कटिंग व अन्य वारदातों में की जा रही थी।

उक्त गिरोह शातिर किस्म का था जिनके द्वारा पुलिस की पकड से बचने हेतु सामान्य कॉलों का इस्तेमाल ना कर केवल व्हाटसप कॉल के माध्यम से ही वार्ता की जा रही थी और लगातार अपने ठिकाने बदले जा रहे थे। इनसे एक कदम आगे निकलते हुए हरिद्वार पुलिस की टीमों द्वारा द्वारा लोकल स्तर के पहनावा आदि का इस्तेमाल व लोकल स्तर पर चलने वाले वाहनों का इस्तेमाल कर लगातार 14 दिन तक डेरा डालकर रैकी की जिसका अंत में सार्थक परिणाम सामने आया। 29 दिसोम्बर को पुलिस टीम को सूचना मिली कि मुकदमे में संलिप्त अभियुक्त सलमान पुनः अपने गिरोह को इकट्ठा कर किसी अन्य राज्य में एटीएम कटिंग की वारदात को अन्जाम देने हेतु कहीं जाने की फिराक में है। जिस पर पुलिस टीम द्वारा आपसी समनव्य बनाते हुए सर्तकता के साथ अभियुक्त सलमान को तावडू कस्बे से गिरफ्तार किया गया। जिससे गहनता से पूछताछ करने पर उक्त घटना में अन्य साथी रफीक उर्फ बच्ची, सहुद, खालिद, शौकत का संलिप्त होना बताया गया जिनकी आपराधिक पृष्ठ भूमि के सम्बन्ध में जानकारी की गयी तो इन सभी के विरूद्ध भी एटीएम कटिंग व अन्य वारदातों के 15 से भी अधिक मुकदमे विभिन्न राज्यों में पंजीकृत हैं।

इसके अतिरिक्त घटना में प्रयुक्त स्कॉपियो वाहन के सम्बन्ध में जानकारी की गयी तो उक्त वाहन को घटना से प्राप्त धनराशि में से कुछ हिस्सा देना तय होने पर उक्त वाहन फर्जी नम्बर प्लेट लगाकर उपलब्ध करवाया गया। पुलिस टीम द्वारा इस पर एक टीम को घटना में प्रयुक्त वाहन स्र्कोपियो व वाहन स्वामी साबिर को गोपालगढ राजस्थान से मय वाहन स्र्कोपियो के गिरफतार किया गया। घटना में संलिप्त अन्य सभी अभियुक्तों के मकानों पर दबिशें दी गयी जो लगातार फरार चल रहे हैं जिनकी धरपकड हेतु लगातार प्रयास जारी है। इसके अतिरिक्त अभियुक्तगण की आपराधिक इतिहास की जानकारी प्राप्त की जा रही है। घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एसएसपी की तरफ 5 हजार और आई जी गढ़वाल सर की तरफ से 10 हजार का इनाम देने की घोषणा की गई।

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