
मनोज सैनी
हरिद्वार। सैनी समाज की अनमोल और ऐतिहासिक धरोहर सैनी आश्रम, ज्वालापुर का संचालन करने वाली सैनी सभा (रजि), हरिद्वार की नई कार्यकारिणी के गठन को लेकर पिछले कई दिनों से सभा के पदाधिकारियों, सदस्यगणों और समाज के संभ्रांत लोगों द्वारा निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव की मांग लगातार की जा रही थी लेकिन 5 लाख के गबन और 20 लाख से अधिक के घोटाले के आरोपी अध्यक्ष आदेश सैनी, मंत्री प्रमोद सैनी द्वारा पदाधिकारियों, सदस्यगणों और समाज के संभ्रांत लोगों द्वारा की जा रही मांग को नजर अंदाज किया जाता रहा। ऐसे में लोगों को किसी बड़े षडयंत्र और साजिश की बू आने लगी। अपने लोग न्यूज. कॉम लगातार इस मामले पर नजर बनाए हुए था और चुनाव की मांग की खबरों को लगातार अपने पोर्टल के माध्यम से चलाता भी रहा।
आज एक बार फिर अपने लोग न्यूज.कॉम को विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली है कि समाज के कुछ बड़े खिलाड़ियों ने भ्रष्ट अध्यक्ष, मंत्री और समाज के कुछ जयचंदों के साथ षड्यंत्र और कूट रचित दस्तावेज तैयार कर दिनांक 23 मार्च 2025 को उपनिबंधक सोसाइटी चिट्स एंड फंड के यहां “प्रबंध समिति, सैनी आश्रम, ज्वालापुर” के नाम से रजिस्ट्रेशन हेतु आवेदन किया था और उक्त संस्था को चुपचाप और गोपनीय तरीके से रजिस्टर्ड करवा लिया। इसीलिए भ्रष्ट अध्यक्ष, मंत्री सभा के चुनाव करवाने से भाग रहे थे।
जानकारी लगी है कि उक्त संस्था में समाज के लोगों को दरकिनार करते हुए बड़े खिलाड़ियों द्वारा अपने बेटे, पोते, नजदीकी रिश्तेदार और इर्द गिर्द घूमने वाले समाज के चन्द जयचंदों को उसका सदस्य बनाया है और बड़े ही गोपनीय तरीके से अपने चेले-चांटों को पदाधिकारी भी बना दिया।
अब सवाल उठता हैं कि जब एक रजि0 संस्था सैनी सभा(रजि), हरिद्वार निष्पक्ष और पारदर्शी रूप से सैनी आश्रम, ज्वालापुर का संचालन कर रही थी तो दूसरी संस्था का षड्यंत्र, साजिश और कूट रचित दस्तावेज तैयार रजिस्ट्रेशन करवाने की क्या आवश्यकता थी और उस संस्था में मात्र चंद लोग ही शामिल क्यों किए गए तो पुख्ता जानकारी लगी कि बड़े खिलाड़ियों द्वारा समाज के स्वार्थी और लालची लोगों के साथ मिलकर रुड़की के किसी नामी बिल्डर के साथ मिलकर आश्रम में कोई बड़ा खेल खेलने की तैयारी की जा रही है।
इसकी भनक लगते ही समाज के लोग सक्रिय हो गए और उन्होंने मामले की जड़ तक जाने का काम शुरू कर दिया जिसमें लगातार रोज नए खुलासे हो रहे है। अभी तक केवल और षडयंत्र और कूट रचित दस्तावेज तैयार कर संस्था का नाम ही सामने आया है जल्द ही अपने लोग न्यूज. कॉम उन चेहरों को भी बेनकाब करेगा जो इस संस्था के सदस्य और पदाधिकारी बन बैठे है और सैनी आश्रम को अपने बाप दादा की जागीर समझने लगे हैं।
पाठकों को बता दें कि इससे पूर्व 2009 में भी समाज के कुछ जयचंदों द्वारा कूट रचना और गोपनीय तरीके से आश्रम के नाम पर एक ट्रस्ट का गठन कर लिया गया था और उक्त ट्रस्ट के मार्फत आश्रम को एक भूमाफिया को लीज पर दे दिया गया था, तब भी इसका खुलासा अपने लोग न्यूज. कॉम के संपादक वरिष्ठ पत्रकार मनोज सैनी द्वारा किया गया था, जिसके बाद समाज में आश्रम को बचाने के लिए एक बड़ा आंदोलन करना पड़ा था। उक्त आंदोलन के बाद ही आश्रम बच पाया था। आज एक बार फिर आश्रम ऐसे ही समाज के जय चन्दों के चंगुल में फंसता हुआ दिखाई दे रहा है जिसे निकालने के लिए बड़े आंदोलन की जरूरत होगी। सैनी आश्रम किसी के बाप की बपौती नहीं है बल्कि आश्रम में समाज के हर उस व्यक्ति का समान रूप से अधिकार है जिसने सैनी समाज में जन्म लिया है।
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