
एड0 हर्ष सैनी
रुड़की। सैनी समाज की अनमोल धरोहर सैनी आश्रम, ज्वालापुर, हरिद्वार की देख रेख करने वाली संस्था सैनी सभा(रजि0), सैनी आश्रम, ज्वालापुर की कार्यकारिणी का माह जनवरी में कार्यकाल समाप्त हो गया था और 20 लाख के वित्तीय घोटाले के साथ-साथ अन्य गंभीर आरोपों से घिरे निवर्तमान अध्यक्ष, मंत्री द्वारा अभी तक भी सैनी आश्रम की देख रेख करने वाली संस्था सैनी सभा(रजि0) की नई कार्यकारिणी के गठन हेतु कोई भी प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है। इतना ही नहीं घोटाले के आरोपों से घिरे सभा के अध्यक्ष, मंत्री द्वारा अभी तक न तो कार्यकारिणी और न ही सभा के आम सदस्यों को कोई हिसाब किताब दिया गया है। जिससे सैनी समाज में निवर्तमान अध्यक्ष, मंत्री पर गहरा संदेह प्रकट होने के साथ साथ किसी बड़ी साजिश की बू भी आ रही है।
सैनी सभा(रजि0), सैनी आश्रम, ज्वालापुर के पूर्व अध्यक्ष चेयरमैन नरेश सैनी के बाद, निवर्तमान कार्यकारिणी के चुनाव अधिकारी रहे एडवोकेट महक सिंह सैनी, सहायक चुनाव अधिकारी संजीव सैनी, सुमित सैनी, सभा के निवर्तमान उपाध्यक्ष डॉ राजेश सैनी, इंजी0 कर्ण सिंह सैनी, ऑडिटर समय सिंह सैनी, उपमंत्री धनंजय सैनी, सदस्य कार्यकारिणी नवीन सैनी, रवींद्र सैनी, अनिल सैनी भारापुर, प्रधान तेजपाल सैनी, बहादुरपुर, सुखपाल सिंह, आनंद सिंह आदि और संरक्षक राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित पूर्व प्रधानाचार्य जगपाल सैनी, वरिष्ठ पत्रकार मनोज सैनी सहित समाज के हजारों गणमान्य, प्रबुद्ध लोगों ने आश्रम के प्रबन्धन हेतु नई कार्यकारिणी के गठन हेतु निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव की मांग की। सभी ने एक स्वर में कहा कि सैनी आश्रम, ज्वालापुर सैनी समाज की अनमोल और प्राचीन धरोहर है और जो सैनी सभा उसका संचालन और प्रबन्धन करती आ रही है, उसका समय से चुनाव बहुत जरूरी है। समय से चुनावी प्रक्रिया शुरू न करवाना और निवर्तमान अध्यक्ष, मंत्री द्वारा अपने कार्यकाल के हिसाब किताब न देना गहरा संदेह उत्पन्न कर रहा है। इसलिए समाज और आश्रम हित में सभा का निष्पक्ष, संवैधानिक तरीके से चुनाव करवाया जाना अत्यंत जरूरी है।
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