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धामी सरकार में सुरक्षित नहीं है स्कूली बच्चियां। खुलेआम हो रही छोटी छोटी बच्चियों से छेड़खानी और अश्लीलता।

सनत शर्मा

हरिद्वार। ब्लॉक बहादराबाद के राजकीय प्राथमिक विद्यालय अलीपुर से नवोदय विद्यालय रोशनाबाद बाल शोध विज्ञान मेले में प्रतिभाग करने गई, कक्षा-चार और पांच की छात्राओं ने आवासीय विद्यालय के एक अध्यापक पर अभद्र और अश्लील हरकतें करने का आरोप लगाया है। मामला मुख्य शिक्षा अधिकारी तक पहुंचा तो जांच बैठा दी है। छात्राओं का कहना है कि विद्यालय की तरफ से 28 फरवरी को नवोदय विद्यालय में बाल शोध विज्ञान मेले में ऑटो उन्हें लेकर रोशनाबाद गया था। उनके साथ एक अध्यापक को भेजा गया। खुद प्रभारी अपनी निजी गाड़ी से एक महिला अध्यापिका एवं दो बच्चे साथ गए। उनके साथ कोई महिला शिक्षिका नहीं थी।

छात्राओं का आरोप है कि पुरुष अध्यापक ने उनके बीच में बैठकर ऑटो चालक को फिल्मी गाने चलाने को कहा और बालिकाओं के मुंह के अंदर लकड़ी लगाई गई। यहां तक उनको पान सुपारी खाने के लिए कहा गया और तो और बालिकाओं को गोद में भी उठाया गया। जिससे बालिकाएं पूरी तरह डर गई।

छात्राओं का आरोप है कि खेल प्रतियोगिता से वापस आकर जब उन्होंने प्रभारी प्रधानाध्यापक को शिकायत की तो, उन्होंने मामले में बिना कार्रवाई कराए टाल दिया। छात्राओं ने अपने परिजनों को बताया परिजन एकत्रित होकर विद्यालय पहुंचे और उस अध्यापक पर कार्रवाई की मांग करने लगे। हालांकि प्रभारी प्रधानाध्यापक ने मामले को दबाने के लिए खुद ही माफी मांग कर मामला टाल दिया।

छात्रा के परिजन का आरोप है कि विद्यालय से खेल में प्रतिभाग करने गए बच्चों के साथ अगर कोई अप्रिय घटना घटी है तो उसकी शिकायत स्वयं प्रभारी प्रधानाचार्य को पुलिस में करनी चाहिए थी लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया है। बल्कि मामले को दबाने का प्रयास किया गया है। इसकी शिकायत मुख्य शिक्षा अधिकारी से की जाएगी।

बहादराबाद प्रभारी उप शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार ने कहा कि बाल शोध मेले में जाने की अनुमति लेनी होती है या फिर कोई फंड अथवा अभिभावक समिति के बच्चों के खेलने जाने में अनापत्ति प्रमाण पत्र लिया जाता है।

मुख्य शिक्षा अधिकारी कमलेश कुमार गुप्ता ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। प्रकरण गंभीर है। इस संबंध में प्रभारी प्रधानाध्यापक को कार्यालय में उपस्थित होने को गया था लेकिन वह नहीं आए अब उन्हें स्पष्टीकरण जारी कर पूरे मामले की जानकारी मांगी जा रही है। अगर गलतियां मिली तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

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