मनोज सैनी
देहरादून। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय में बैठक लेते हुए कहा कि केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के शीतकालीन प्रवास स्थलों की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को जीएमवीएन के होटलों में किराये पर 25 प्रतिशत की छूट प्रदान की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि शीतकालीन यात्रा स्थलों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। इस यात्रा के लिए विभिन्न माध्यमों से विभिन्न राज्यों में व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार भी किया जाए। उन्होंने कहा कि शीतकालीन यात्रा राज्य की आर्थिकी को बढ़ाने में भी गेम चेंजर साबित होगी। पंच बद्री और पंच केदार के साथ ही शीतकालीन यात्रा प्रवास के आस-पास के प्रमुख स्थलों को विकसित करने के भी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
देहरादून। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय में बैठक लेते हुए कहा कि केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के शीतकालीन प्रवास स्थलों की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को जीएमवीएन के होटलों में किराये पर 25 प्रतिशत की छूट प्रदान की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि शीतकालीन यात्रा स्थलों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। इस यात्रा के लिए विभिन्न माध्यमों से विभिन्न राज्यों में व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार भी किया जाए। उन्होंने कहा कि शीतकालीन यात्रा राज्य की आर्थिकी को बढ़ाने में भी गेम चेंजर साबित होगी। पंच बद्री और पंच केदार के साथ ही शीतकालीन यात्रा प्रवास के आस-पास के प्रमुख स्थलों को विकसित करने के भी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री ने संबधित जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि इस बार चारधाम यात्रा में जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ा और उनका उचित समाधान कैसे किया जा सकता है, इस पर एक सप्ताह में शासन को रिपोर्ट प्रेषित करें। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा राज्य के मान और सम्मान से जुड़ी यात्रा है। यात्रा को सुविधायुक्त बनाना और श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराना हम सबकी सामुहिक जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में हर साल तेजी से वृद्धि हो रही है। चारों धामों में जुटाई गई अवस्थापना विकास की सुविधाओं के दृष्टिगत कैरिंग कैपिसिटी बढ़ाने की दिशा में कार्य किये जाएं। चारधामों के आस-पास के प्रमुख पौराणिक स्थलों को विकसित किया जाए और उनका व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाए। चारधाम यात्रा मार्गों में सड़क, पेयजल, स्वच्छता, स्वास्थ्य सुविधाओं और अन्य मूलभूत सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुव्यवस्थित चारधाम यात्रा के लिए स्टेक होल्डरों के साथ जिला स्तर पर भी बैठक की जाए। स्टेक होल्डरों से सुझाव लेकर यात्रा प्रबंधन के लिए जो अच्छा हो सकता है, वह किया जाए।
वीसी में जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने मा0 मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद शीतकालीन प्रवास स्थल पांडुकेश्वर, ज्योर्तिमठ नरसिंह मंदिर में तीर्थयात्री पहुंचने लगे हैं। वही रूद्रनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद शीतकालीन प्रवास स्थल गोपेश्वर गोपीनाथ मंदिर में भी श्रद्वालु आ रहे है। इसके अलावा अत्रि अनुसूया आश्रम, भविष्य बद्री, वृद्व बद्री, कल्पेश्वर मंदिर सहित शीतकालीन पर्यटन स्थलों पर भी पर्यटक एवं तीर्थयात्री पहुंच रहे है। इन सभी स्थानों पर शीतकालीन यात्रा को लेकर व्यवस्था की गई है। जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग कमेडा, नंदप्रयाग, पागल नाला सहित 21 स्लाइड जोन पर अभी तक एनएचआईडीसीएल द्वारा ट्रीटमेंट कार्य शुरू नही किया गया है। जिसे शीघ्र शुरू कराया जाना आवश्यक होगा। साथ ही जिलाधिकारी ने जनपद के लिए टोविंग वाहन की मांग भी शासन से की।
वीसी में अपर जिलाधिकारी विवेक प्रकाश, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 अभिषेक गुप्ता, जिला पर्यटन विकास अधिकारी बृजेन्द्र पांडेय, डीडीएमओ एनके जोशी सहित एनएचआईडीसीएल, बीआरओ, लोनिवि एवं यात्रा व्यवस्थाओं से जुड़े अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
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