
मनोज सैनी
हरिद्वार। पिछले दिनों यूकेएसएसएससी की परीक्षा में हुए पेपर लीक के आरोपों से अभी तक प्रदेश की धामी सरकार को दो चार होना पड़ ही रहा था कि धामी सरकार के नकल विहीन, बाधा रहित, सुव्यवस्थित, निर्विघ्न, पारदर्शी और निष्पक्ष परीक्षा संपन्न कराने के दावे को स्थानीय प्रशासन ही पलीता लगा रहा है। 27 सितंबर को उत्तराखण्ड अध्यापक पात्रता परीक्षा प्रथम एवं द्वितीय (UTET I&II) परीक्षा 2025 को एक ऐसे स्कूल में कराने जा रहा है, जिस स्कूल के कैंपस में 5 से 6 परिवार निवास कर रहे है। ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि क्या उस स्कूल में निष्पक्ष और पारदर्शी, नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न हो पाएगा।
उपजिलाधिकारी हरिद्वार की तरफ से जिला सूचना अधिकारी कार्यालय द्वारा एक प्रेस नोट जारी कर अवगत कराया गया है कि उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा परिषद,रामनगर (नैनीताल) द्वारा दिनांक 27 सितम्बर, 2025 (शनिवार) को उत्तराखण्ड अध्यापक पात्रता परीक्षा प्रथम एवं द्वितीय (UTET I&II) परीक्षा 2025 को दो पालियों में क्रमशः प्रातः 10.00 बजे से अपरान्ह 12.30 बजे तक एवं अपरान्ह 02.00 बजे से सायं 04.30 बजे तक हरिद्वार नगर क्षेत्रान्तर्गत 06 केंद्रों रा.क.इ.का. ज्वालापुर हरिद्वार, ज्वालापुर इ.का.ज्वालापुर हरिद्वार, पी.बी.म्यु.इ.का. मायापुर हरिद्वार, सरस्वती विद्या मन्दिर इंटर कॉलेज मायापुर हरिद्वार, सरस्वती विद्या मन्दिर इंटर कॉलेज सैक्टर–02 भेल हरिद्वार, राजकीय इंटर कॉलेज भेल परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित की जायगी।
विश्वस्त सूत्रों से जानकारी लगी है कि सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, मायापुर स्कूल कैंपस में 5 से 6 परिवार रहते हैं जिसमें प्रधानाचार्य विजयपाल सिंह, रामकुमार, विपिन और छोटू प्रमुख है। ऐसे में धामी सरकार के परीक्षा को नकल विहीन, बाधारहित, सुव्यवस्थित, निर्विघ्न एवं शांति पूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने तथा कानून व्यवस्था बनाए रखना खोखले दावे साबित हो रहे है। इस संदर्भ में जब हमने जिलाधिकारी, हरिद्वार, नगर मजिस्ट्रेट से जानकारी चाही तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
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