प्रभुपाल सिंह रावत
उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व अध्यक्ष व संरक्षक श्री बी डी रतूड़ी का आज सायं निधन हो गया। विगत लंबे समय से वे अस्वस्थ चल रहे थे तथा उनका हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट से इलाज चल रहा था। आज सायं लगभग 4 बजे उन्होंने अपने आवास पर अंतिम सांस ली।
उन्होंने अपना राजनीतिक जीवन उत्तराखंड क्रांति दल के जिलाध्यक्ष देहरादून के पद से प्रारंभ किया तथा स्वर्गीय इन्द्रमणि बडोनी व डा0 डी डी पंत स्वर्गीय विपिन त्रिपाठी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कर उत्तराखंड राज्य का विगुल बजाया तथा लगातार संघर्ष कर अंततोगत्वा राज्य की प्राप्ति की। उत्तराखंड राज्य के इतिहास में उनका नाम बड़े आदर व सम्मान के साथ लिया जायेगा। जिला देहरादून के अध्यक्ष के पद से केन्द्रीय अध्यक्ष के पद तक उन्होंने सभी पदों पर कार्य किया। वर्ष 2007 से 2012 तक वे राज्यमंत्री के रूप में भगीरथी नदी घाटी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष के पद पर भी कार्यरत रहे। वे अपने मधुर स्वभाव व सांगठनिक कार्य कुशलता के लिए जाने जाते थे।
वे अपने पीछे अपनी धर्मपत्नी, दो बेटे, बहुएं व दो पोते व दो पोतियां छोड़ गये। उनके निधन से उत्तराखंड क्रांति दल परिवार में गहरा शोक व्याप्त है।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आनंद प्रकाश जुयाल ने बताया कि कल दिनांक 28 सितंबर को प्रातः 9 बजे उनके आवास पर उनके अंतिम दर्शन किए जा सकते हैं, तत्पश्चात 10 बजे उनकी अंतिम यात्रा हरिद्वार के लिए निकलेगी।
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