
ब्यूरो
हरिद्वार। लक्सर के वार्ड नंबर 6 में बीते एक सप्ताह से जलभराव की स्थिति बनी हुई है। यहां के 11 वार्डों में से केवल एक यही वार्ड ऐसा बचा है, जहां बारिश रुकने होने के बाद अभी भी कई जगहों पर पानी भरा हुआ है। इतने दिनों तक रुके हुए पानी में मक्खी मच्छर और कीड़े होने से लोगों को गंभीर बीमारियों का डर सताने लगा है। आरोप है कि अधिकारियों ने पानी के निकासी का स्थाई समाधान नहीं किया है इसलिए इस बार बिना बाढ़ के भी बाढ़ जैसे हालात से गुजरना पड़ा रहा है।
गौरतलब है कि बीते दिनों हुई तेज बारिश के बाद लक्सर के कई क्षेत्रों में जलभराव हो गया। हालांकि इस बार किसी भी नदी का बंधा नहीं टूटा लेकिन फिर भी अधिक बारिश होने के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए। स्थानीय लोगों और सभासदों ने अपने प्रयास से पानी की निकासी के प्रयास किए। वार्ड नंबर 6 को छोड़कर लक्सर के अन्य सभी वार्डो से लगभग जलभराव कम हो गया है। वार्ड नंबर छह के लक्सर पीठ बाजार वाली पुलिया, बारात घर के पीछे वाली कालोनियों, पुलिस चौकी वाली गली, बाजार में मंदिर वाली गली, पीर के पीछे रेलवे कॉलोनी, बाजार के जर्जर सरकारी भवन समेत कई क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। इन क्षेत्रों में सैकड़ों की संख्या में लोग रहते हैं, जो जलभराव की समस्या से परेशान हैं।
लक्सर बसेड़ी मार्ग से नहीं उतर रहा पानी, हालात बेहद खराब
वैसे तो वार्ड नंबर 6 में जलभराव से कई स्थानों पर रहने वाले लोग प्रभावित हैं। लेकिन सबसे ज्यादा बुरा हाल लक्सर-बसेड़ी मार्ग का है। यहां मुख्य सड़क पर पानी भरने से लोगों को आवाजाही में परेशानी उठानी पड़ रही है। सात दिन हो गए लेकिन अधिकारी और जनप्रतिनिधि यहां से पानी की निकासी की कोई स्थाई योजना नहीं बना पाए। रवि, अंकित, विक्की, अंकुश और सुभाष समेत कई स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रशासन जलभराव की समस्या को गंभीरता से नहीं देख रहा है, इसलिए बसेड़ी मोड़ पर कई दिनों से पानी भरा हुआ है। यहां आवाजाही करने वाले लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। लोग पानी में गिर रहे हैं। यहीं पर दो निजी स्कूल हैं, उन स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
गंभीर बीमारियां फैलने का डर
बरसात के मौसम में हुए जलभराव के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई है। अब कई जगहों पर तो पानी से दुर्गंध आने लगी है। कई स्थानों पर मक्खी मच्छरों के डर से डेंगू, मलेरिया और टाइफाइड जैसी गंभीर बीमारियां फैलने का डर सताने लगा है। लोग नरकीय जीवन जीने को मजबूर हैं लेकिन अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं। कई दिनों समस्या का समाधान नहीं हुआ तो अब स्थानीय लोगों ने हरिद्वार के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित से गुहार लगाई है कि वो स्वयं इस समस्या का संज्ञान लें और जलभराव की समस्या का स्थाई समाधान कराएं। पानी की निकासी के जितने भी रास्ते हैं, उन्हें खोला जाए। मांग पूरी न होने पर प्रभावित लोगों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
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