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अब लोकसभा में भी गूंजेगा हरिद्वार कॉरिडोर मुद्दा। कांग्रेस ने सोनीपत सांसद को दिया ज्ञापन, कहा हरिद्वार के पौराणिक स्वरूप से नहीं होने देंगे खिलवाड़।

मनोज सैनी
हरिद्वार। महानगर कांग्रेस कमेटी, हरिद्वार के अध्यक्ष अमन गर्ग के नेतृत्व में आज हरिद्वार कॉरिडोर मुद्दे को देश की सबसे ऊंची संसद लोकसभा में उठाने हेतु माननीय सांसद सोनीपत श्री सतपाल ब्रह्मचारी को ज्ञापन सौंपा।


सौंपे गए ज्ञापन में महानगर अध्यक्ष अमन गर्ग ने लिखा कि हम पौराणिक तीर्थ नगरी हरिद्वार के स्थानीय निवासी हैं जो कि लगभग 150 वर्षों से पीढी-दर-पीढी हरिद्वार में निवास करते है स्वय अपने परिवारों के भरण पोषण हेतु यहाँ के बाजारो में छोटे दुकानदारों के रूप में व्यवसाय करते आ रहे हैं।

महोदय, पिछले कुछ वर्षों में हमने कई प्रकार की विपत्तियों को जैसे केदारनाथ आपदा, नोट बंदी, कोरोना महामारी आदि को सहा हैं अब जबकि धीरे-धीरे हमारा जीवन पटरी पर वापस आया हैं तो पिछले कुछ समय से एक नई विपत्ती की आहट हमें भयभीत कर रही हैं। यह नई विपत्ती हमारी राज्य एवमं केन्द्र सरकार मिलकर काशी कोरिडोर एवम महाकाल कोरिडोर (उज्जैन) की तर्ज पर हरिद्वार में गंगा कोरिडोर योजना के रूप में ला रहे हैं।

सरकार का तर्क हैं कि बडे स्नान पर्वों पर तीर्थ यात्रियों की भीड को नियन्त्रित करने हेतु यह योजना अति आवश्यक हैं जबकि सच्चाई यह हैं कि पौराणिक तीर्थ नगरी हरिद्वार की भौगोलिक स्थिति काशी एवमं उज्जैन से एकदम अलग हैं यहाँ शहर के एक और बिल्वपर्वत शहर के समानान्तर स्थित हैं, तथा दूसरे छोर पर माँ गंगा प्रवाहमान हैं इन दोनों के बीच में हमारी पौराणिक तीर्थ नगर है। अब एसे में सरकार यदि गंगा कोरिडोर के नाम पर पुर्नविकास हेतु शहर के अन्दर किसी भी प्रकार की तोडफोड करती हैं तो न सिर्फ तीर्थ नगरी का पौराणिक स्वरूप नष्ट होगा बल्की शहर के भीतर हजारो की संख्या में छोटे दुकानदारों, तीर्थ पुरोहित पण्डो आदि की गद्दिया सभी बुरी तरह प्रभावित हो जायेगी, हजारो परिवारो के सामने आजिविका का संकट खड़ा हो जायेगा जबकि शहर के भीतर इस प्रकार के कार्यों की कोई आवश्यकता ही नहीं है, क्योंकि माँ गंगा की धारा के उस पार बडे स्नान पर्वो पर भीड को नियन्त्रित करने के लिये पहले से ही सरकारी आरक्षीत मेला भूमि पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं जो कि लगभग 12 से 15 किमी क्षेत्र में शहर के समानान्तर ही हैं। जिसका उपयोग पूर्व में बडें स्नान पर्वो कुम्भ-अर्धकुम्भ में होता आया हैं ऐसे में सरकार यदि इस क्षेत्र का विकास बडे स्नान पर्वो की दृष्टिगत रखते हुए गंगा कोरिडोर के रूप में करे तो शहर के भीतर के हजारो लोग विस्थापित होने से बच जायेगें स्वय सरकार का हजारो करोड रूपया भी मुआवज के रूप में जाने से बचेगा किन्तु वर्तमान में सरकार की कार्य प्रणाली को देखते हुए ऐसा प्रतीत होता हैं कि पुर्नविकास कार्यों का ठेका बडे औद्योगिक घरानों को देकर सरकारी धन का दुरूपयोग होन की प्रबल सम्भावना हैं अतः आपसे निवेदन हैं कि आप यह प्रकरण जननायक श्री राहुल गांधी जी के संज्ञान में लाने हेतु हरिद्वार के व्यापारियों की वार्ता राहुल जी कराने का प्रयास करे जो कि जनहित में अति आवश्यक हैं, हमें विश्वास ळें कि यदि राहुल जी का समर्थन हमें सडक से संसद तक मिलता हैं तो हम इस विपत्ती से बच सकते हैं हमें विश्वास हैं कि जनहित के इस मद्दे पर हमें आपका सहयोग व समर्थन अवश्य मिलेगा।

सोनीपत सांसद सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि वह कुंभनगरी हरिद्वार की पौराणिकता को बचाने के लिए लोकसभा में उक्त मुद्दे को उठाने के साथ साथ हरसंभव प्रयास करेंगे।
इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष मुरली मनोहर ने कहा कि हरिद्वार के पौराणिक स्वरूप से किसी को भी छेड़छाड़ नहीं करने दी जाएगी और हरिद्वार के स्वाभिमान की लड़ाई को सड़क से लेकर संसद तक लड़ी जाएगी। ज्ञापन सौंपने वालों में निवर्तमान पार्षद महावीर वशिष्ठ, व्यापारी नेता अतीश वर्मा मौजूद रहे।

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