
ब्यूरो
हरिद्वार। शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने अखाड़ों की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा कि अखाड़ों का निर्माण हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए हुआ था। अखाड़ों के संतों ने बाबर, अकबर, औरंगजेब आदि अनेक मुगल आंक्रांताओं के साथ युद्ध लड़कर हिन्दू धर्म की रक्षा की। आज अखाड़े के संत को काम केवल भण्डारे खाना और वहां दक्षिणा कितनी मिलेगी यही रह गया है।
अखाड़ों की छावनियों में प्रशिक्षण बंद कर दिए गए हैं। अखाड़े आज पैसा कमाने की कम्पनी मात्र बनकर रह गए हैं। अखाड़ों ने अपना काम बंद कर दिया है। अखाड़े के केवल कुंभ में छावनियां लगाने तक सिमट गए हैं। उन्होंने अखाड़ों के संतों ने उठ खड़े होने व हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए कार्य करने का आह्वान किया।
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