मनोज सैनी
हरिद्वार। आसफनगर झाल पर फंसी मिली अज्ञात युवती की लाश गुमशुदगी, आत्महत्या या हत्या थी, का कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल की क्लोज मॉनिटरिंग से पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है।
पाठकों को बता दें कि 31 जनवरी को सलेमपुर महदूद रानीपुर निवासी व्यक्ति द्वारा दिए गए प्रार्थनापत्र के आधार पर सहारनपुर उ0प्र0 निवासी युवक के खिलाफ शिकायतकर्ता की 15 वर्षीय नाबालिग बेटी भगा ले जाने के सम्बन्ध में मु0अ0सं0 33/24 धारा 363 भादवि का मुकदमा पंजीकृत किया गया था।
एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए घटना के खुलासे के लिए तुरंत विशेष टीमों का गठन कर जल्द से जल्द नाबालिग की तलाश करने हेतु सम्बन्धित को निर्देश दिए साथ ही एसपी सिटी से समय-समय पर पूरे मामले की जानकारी लेते रहे।
मामले की पड़ताल में जुटी टीमों से इसी बीच 12 फरवरी को कोतवाली मंगलौर पुलिस द्वारा सम्पर्क स्थापित कर जानकारी दी गई कि आसफनगर झाल पर एक अज्ञात युवती का शव बरामद हुआ है। उक्त शव की तस्दीक परिजनों द्वारा गुमशुदा नाबालिक के रूप में करने से प्रकरण ने नई करवट ली।
तमाम खोजबीन और पड़ताल के बाद भी नामजद युवक की प्रकरण में किसी भी प्रकार की संदेहास्पद संलिप्तता न मिलने पर एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल द्वारा पुनः हस्तक्षेप व जरूरी टिप्स देते हुए टीम को अहम सुझाव दिये जिस पर विवेचना की अन्य संभावित दशा और दिशा पर काम करते हुए मालूमात की गई तो प्रकरण में एक नया लेकिन संदिग्ध चेहरा सामने आया।
उक्त संदिग्ध शख्सियत अजीम से अभी तक बरामद जानकारी एवं अन्य साक्ष्यों के आधार पर तल्लीनता से पूछताछ की गई तो शुरु से ही गुमराह करने की कोशिश कर रहा अजीम पुलिस के अकाट्य सबूतों के सामने टूट गया और उसने कथित नाबालिक से साथ किए गए वहशियाना कारनामें के सारे पन्ने एक-एक कर खोल दिए। पुलिसिया पूछताछ में जानकारी मिली कि अजीम पुत्र जमशेद नि0 ग्राम सलेमपुर थाना रानीपुर हरिद्वार की नाबालिक मृतका के साथ अक्सर मोबाइल पर बातें होती रहती थी जो धीरे-धीरे लव अफेयर में तब्दील हो गई। इस रिश्ते को एक वाजिब नाम देने के लिए मृतका द्वारा निकाह का लगातार दबाव बनाया जा रहा था। इस दबाव को दूर करने के लिए अपने दिमाग में खुराफाती ताना-बाना तैयार कर अजीम ने दिनांक 27/28 जनवरी की रात मृतका को घर से कहीं दूर चलने के लिए बुलाया और मौका देखकर मृतका का धोखे से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद कातिल ने लाश को कट्टे में रखा और झौट्टा-बुग्गी में ले जाकर रैग्यूलेटर पुल से आगे गंगा नदी में फेंक दिया।
पुलिस टीम द्वारा हत्यारोपी अजीम उपरोक्त को नियमानुसार हिरासत में लेकर उसकी निशांदेही पर मृतका का मोबाइल फोन व अन्य सामान भी बरामद किया गया। दर्ज मुकदमें में धारा 302, 201 भादवि संलग्न कर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
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