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मांगों का समाधान न होने पर जल निगम, जल संस्थान संयुक्त मोर्चे ने भरी हुंकार। अधिशासी अभियंता पेयजल निगम कार्यालय के बाहर दिया धरना। संयुक्त मोर्चे की ओर से कल गुरुवार को हरिद्वार में निकाली जाएगी रैली।

ब्यूरो

हरिद्वार। जल निगम, जल संस्थान संयुक्त मोर्चे का धरना आज बुधवार को कार्यालय अधिशासी अभियंता निर्माण शाखा उत्तराखंड पेयजल निगम हरिद्वार में संयोजक रघुवीर सिंह रावत की अध्यक्षता में दिया गया जिसका संचालन गोविंद प्रसाद गैरोला द्वारा किया गया। इस अवसर पर आयोजित धरना सभा बैठक में वक्ताओं ने कहा की शहरी विकास विभाग के अंतर्गत संचालित पेयजल एव सीवरेज कार्यों का निर्माण कार्य उत्तराखंड पेयजल निगम से ना करा कर U U S D A द्वारा कराया जा रहा है और उसका संचालन कार्य भविष्य में उत्तराखंड जल संस्थान द्वारा ना करा कर U U S D A द्वारा स्वयं अपने हाथों में लिया जा रहा है। उक्त कार्यवाही उत्तर प्रदेश जलापूर्ति एवं संभरण अधिनियम 1975 का स्पष्ट उल्लंघन है।

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शहरी विकास विभाग द्वारा निर्माण/संचालन विशेषज्ञ विभाग उत्तराखंड पेयजल निगम व उत्तराखंड जल संस्थान को खत्म करने की साजिश लगातार की जा रही है। वही आज के धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में इंजीनियर मोहित जैन वाइस चेयरमैन संघर्ष समिति उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर संघ ने कहा कि एक और एकीकरण/ राजकीय कारण शासन स्तर से विलंब होने से उत्तराखंड पेयजल विभाग के सभी अधिकारियों /कर्मचारियों में निराशा है। वहीं शहरी विकास विभाग के अंतर्गत संचालित संस्था U U S D A के द्वारा मूल अभियांत्रिकी विभागोंके कार्य क्षेत्र में अतिक्रमण किए जाने से सभी कार्मिक अत्यधिक आक्रोश में है। उन्होंने कहा कि शहरी विकास विभाग के अंतर्गत संचालित U U S D A से कराए जा रहे कार्यों के निरीक्षण /पर्यवेक्षक हेतु सक्षम आवश्यक तकनीकी अनुभव युक्त अभियंता तैनात नहीं है अपितु अन्य विभाग से प्रति नियुक्ति पर लाए गए। अभियंता उक्त संस्था में कार्य कर रहे हैं। उक्त संस्था के अंतर्गत कार्यरत अधिकांश अभियंता उनके द्वारा आधारित पद के अनुरूप आवश्यक न्यूनतम तकनीकी अहर्ता एवं सीवरेज /पेयजल का अनुभव नहीं रखते हैं। परिणाम तथा उक्त संस्था द्वारा कराए जा रहे कार्यों की गुणवत्ता स्तरीय नहीं पाई गई जिस कारण निर्माण कार्यों में लापरवाही व तकनीकी अज्ञानता के कारण जहां शासकीय धन की बर्बादी हो रही है। वही नियोजित एवं त्रुटि पूर्ण निर्माण कार्यों के कारण आम जनता को हो रही असुविधा के कारण सरकार की छवि भी धूमिल हो रही है। सभा में इंजीनियर शीतल सिंह राठौर अपर सहायक अभियंता द्वारा बताया गया कि रुड़की क्षेत्र में एडीबी द्वारा 10 पैकेज पर कार्य प्रारंभ करते हुए अपूर्ण छोड़ दिए गए हैं। एडीबी के पास अनुभवी अभियंता भी नहीं है जिससे कार्यों में विलंब हो रहा है एवं गुणवत्ता नहीं आ रही है। जिसे अन्य वक्ताओं द्वारा एक मत से शासन प्रशासन की कुछ चक्र नीतियों का विरोध किया गया तथा एक मत में सदन द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया कि जब तक शासन द्वारा एकीकरण /राजकीय कारण एवं लंबित मांगे पूरी नहीं की जाती है तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। वक्ताओं ने कहा कि शासन धारा मांगों पर कोई सकारात्मक कार्रवाई न होने के कारण विवश होकर जल निगम जल संस्थान संयुक्त मोर्चा जनपद इकाई हरिद्वार द्वारा 25 जनवरी को कार्यालय अधिशासी अभियंता निर्माण शाखा उत्तराखंड पेयजल निगम हरिद्वार निकट राही मोटल से प्रात 11:00 बजे सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के लिए रैली निकाली जाएगी तथा माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार को ज्ञापन जिलाधिकारी /सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से प्रेषित किया जाएगा। आज आज की धरना सभा में जल निगम जल संस्थान संयुक्त मोर्चे के अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। बैठक में अरुण कुशवाहा, अचित पाराशर, कुमार गौरव, सावित्री देवी, सुदामा प्रसाद, धन सिंह नेगी, शलभ मित्तल, अनुराग शर्मा, मदन सिंह, अनूप भंडारी, चौधरी नरेश पाल, अमित कुमार, वैजयंती, प्रवेश कुमार, सिद्धार्थ कुमार, रश्मि, एकता, राजेश नेगी, रघुवीर रावत, शिवांक, सीएस कंडवाल, विष्णु प्रसाद नौटियाल, नीरज रामपाल, सुरेंद्र कमल, सतीश, मनीष, नीरज, तरुण, मयंक, विनोद, संजय, प्रवीण, गगन, पवन, सिद्धार्थ, मेघराज, मुकेश आदि लोग उपस्थित रहे।

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