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हजारों करोड़ों का मालिक है विनोद आर्य, संघ के पदाधिकारियों की दलाली व चापलूसी से बनाई लगभग हजारों करोड़ की संपत्ति, जांच की मांग

मनोज सैनी

हरिद्वार। उत्तराखण्ड के बेटी अंकिता भंडारी का शव मिलने के बाद अब हरिद्वार सहित उत्तराखण्ड के बौद्धिक, सामाजिक व राजनीति से जुड़े लोगों ने अंकिता के हत्यारे संघ व भाजपा के वरिष्ठ नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य को फांसी की सजा दिए जाने के मांग के साथ साथ विनोद आर्य की संपति की जांच की मांग भी तेज कर दी है। विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली है कि वर्तमान में विनोद आर्य के पास लगभग 1000 हजार करोड़ की वैध – अवैध संपत्ति है, जो विनोद आर्य ने पिछले 20-25 सालों में जायज – नाजायज तरीके से बनाई है। संघ से जुड़े अनेकों कार्यकर्ताओं ने नाम न लिखने की शर्त पर बताया कि विनोद आर्य बहुत बड़ा तिकड़म बाज है और विगत 20 से 25 सालों से संघ से जुड़े हुए पदाधिकारियों की चापलूसी करते हुए दलाली करते रहा हैं और जिसके चलते इन्होंने पिछले 25- 30 सालों में लगभग 1000 करोड रुपए की वैध -अवैध संपत्ति बना ली है। विनोद आर्य की संपति के बारे में संघ कार्यकर्ताओं से पूछने पर मालूम हुआ की आर्य नगर जहां पर विनोद आर्य निवास करते हैं उसके अतिरिक्त वानप्रस्थ के सामने गली में लगभग डेढ़ बीघा जमीन, इमली खेड़ा में लगभग 650 बीघे जमीन, जहां पर स्वदेशी फार्मेसी स्थित है। इसके अतिरिक्त बिशनपुर कुंडी में गंगा किनारे लगभग 100 से 125 बीघा जमीन है। इतना ही नहीं चीला के पास जिस रिसॉर्ट में बेटी अंकिता काम करती थी उसी के समीप एक फैक्ट्री भी है और न जाने कहां कहां विनोद आर्य की नामी बेनामी संपत्ति है जिसकी जांच जनहित में जरूरी है।
संघ से जुड़े पदाधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि संघ के बड़े पदाधिकारियों की चापलूसी व दलाली के चलते विनोद आर्य ने अपने बेटे को उत्तराखंड सरकार में दायित्व धारी भी बनवा रखा है। अब आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं की विनोद आर्य कितना बड़ा तिकड़मबाज है जिसने कुछ ही वर्षों में हजारों करोड़ की समाप्ति बना ली है। जिसकी जांच केंद्रीय व प्रदेश की जांच एजेंसियां को करनी चाहिए।

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