ब्यूरो
हरीद्वार। अमरदीप चौधरी हत्याकांड में भले ही पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन अमरदीप की मां बृसला देवी हरिद्वार पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है। उन्होंने हरिद्वार पुलिस की कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठाए हैं। साथ ही कहा कि उनके छोटे बेटे और उनकी जान को भी खतरा है।
बताते चलें कि 6 फरवरी को भाजयुमो के उपाध्यक्ष रहे गैंगस्टर अमरदीप चौधरी की उसके बिजनेस पार्टनर ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। अमरदीप हत्याकांड को लेकर प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता करने पहुंची अमरदीप की मां बृसला देवी का कहना है कि उनका एक बेटा तो मौत के घाट उतार दिया गया। अब उनको और उनके छोटे बेटे की जान को खतरा है। अभी भी एक और जगह से उन्हें लगातार धमकी आ रही है लेकिन पुलिस आरोपियों को पकड़ने के बजाय उल्टा कार्रवाई करने से बच रही है।
अमरदीप चौधरी की मां बृसला देवी ने कहा आरोपियों की तैयारी उनके बेटे के साथ उन्हें भी मारने की थी। जिसमें अपराधियों ने उनके बेटे को मौत के घाट उतार दिया। अब उन्हें एक जगह से और लगातार धमकी आ रही है। उन्होंने कहा कि जगदीप के साथ उनका प्लॉट का सौदा है, जिसे लेकर वे लोग लगातार धमकी दे रहे हैं। उन्होंने कहा आरोपी बाप-बेटे लगातार उनके घर पर खा रहे थे। थोड़ा सा सामान भी लाना होता था तो अमरदीप मंगा कर देता था।
अमरजीत की मां बृसला देवी ने कहा कि वह सिर्फ इतना जानना चाहती हूं कि उनके बेटे को मारने का कारण क्या है? मारने वालों के पीछे कौन हैं? उन्होंने पत्रकारों और पुलिस से उनके बेटे को न्याय दिलाने की मांग की। उन्होंने कहा पुलिस ने जो कार्रवाई की है वह उससे संतुष्ट नहीं है। पुलिस ने यह कहकर अपनी जांच बंद कर दी है कि आरोपियों ने कबूल लिया है कि उन्होंने ही अमरदीप की हत्या की है लेकिन पुलिस यदि उन्हें रिमांड पर ले तो वह सब सच उगल देंगे। अमरदीप की मां बृसला देवी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा राजकुमार ने उनके बेटे की हत्या की 30,000 रुपए की फिरौती ली हुई थी। उन पैसों से हत्याकांड से पहले उसका बेटा हथियार भी लेकर आया था। प्रेस वार्ता में उनके साथ आए अधिवक्ता वरुण बालियान ने कहा आरोपी राजकुमार मलिक ने हत्या के बाद जब पुलिस के सामने सरेंडर किया। पूछताछ में पता चला कि राजकुमार की एक पुश्तैनी जमीन थी, जो ₹50,00,000 में बिकी थी। इस पैसे को अमरदीप अपने साथ व्यापार में लगाने के लिए दबाव बना रहा था। ऐसा आरोपियों का दावा है लेकिन सच्चाई इस दावे से अलग है। जब इस संबंध में उसके गांव में जाकर पता लगाया गया तो पता चला कि राजकुमार की कोई पुश्तैनी जमीन ही नहीं है। उल्टा उसकी जमीन गिरवी रखी हुई है। हरिद्वार की सुरेश नामक व्यक्ति ने उसे एक बड़ा प्लॉट हाल ही में दान में दिया था। हम सिर्फ इतना चाहते हैं कि पुलिस इस मामले की गहराई में जाकर जांच करें न कि हत्यारों की मनगढ़ंत कहानी पर विश्वास करके कार्रवाई न करें। राजकुमार के पास पैसा आया ना उसकी कोई जमीन बिकी, इस हत्याकांड के पीछे की असली वजह को पुलिस को ही उजागर करना चाहिए। अमरदीप को न्याय दिलाने के साथ उसके परिजनों को भी सुरक्षा देने कराने की जिम्मेदारी हरिद्वार पुलिस की है।
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