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उषा ब्रेको लि0 लीज मामला: अब कांग्रेस के पूर्व पार्षद ने उठाये सवाल, भेजा कांग्रेस की राष्ट्रीय व प्रदेश अध्यक्ष को शिकायती पत्र, जांच की मांग

मनोज सैनी
हरिद्वार। विगत दिनों नगर निगम, हरिद्वार द्वारा उषा ब्रेकों लिमिटेड के पक्ष में 30 वर्षों की लीज बढ़ाने संबंधी पारित प्रस्ताव के विरोध में कांग्रेस के अंदर और बाहर विरोध के भारी स्वर उठने लगे हैं। कांग्रेस के पूर्व पार्षद व एक अलग निष्पक्ष और ईमानदार नेता की छवि बनाने वाले उपेंद्र कुमार ने इसी मामले को लेकर एक पत्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को लिखा है जिसकी प्रतिलिपि उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव व उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को भी भेजी है। प्रेषित पत्र में पूर्व पार्षद उपेंद्र कुमार ने लिखा है कि वह कांग्रेस का एक कार्यकर्ता पीढ़ियों से पार्टी से जुड़ा रहा है। 2013 में जब हरिद्वार नगर निगम बना तब पार्टी ने मुझे मेरे गृह वार्ड आचार्यान कनखल से अधिकृत प्रत्याशी बना मुझे गौरव प्रदान किया। पार्टी के विश्वास व उम्मीदों पर खरा उतर कर मैं विजयी हुआ जबकि पूरे हरिद्वार से मात्र छह अन्य कांग्रेसी पार्षद चुनकर आए थे तथा मेयर पद पर भी भाजपा ने भारी बहुमत से जीत हासिल की थी।बइसके बाद पार्टी ने मुझे पार्षद दल का नेता चुन कर एक भारी जिम्मेदारी दी। 5 वर्षों तक नेता प्रतिपक्ष का दायित्व इमानदारी, निडरता एवं निष्ठा से भाजपा बोर्ड की भ्रष्ट नीतियों से संघर्ष करते बिताया। निगम से लेकर सड़क तक संघर्ष कर भाजपा व उनके बहुमत वाले बोर्ड की भ्रष्टाचार को नीतियों को जनता के समक्ष उजागर किया। फलस्वरूप भाजपा को 2018 में हुए निगम चुनाव में पूर्व मेयर का टिकट काटना पड़ा और जनता ने कांग्रेस पार्टी की मेयर श्रीमती अनीता शर्मा को मेयर बनाया। विगत 3 वर्षों में श्रीमती अनीता शर्मा उनके पति अशोक शर्मा ने उल्लेखनीय कार्य किए तथा तत्कालीन शहरी विकास मंत्री हरिद्वार विधायक मदन कौशिक के असहयोग के बावजूद अच्छा कार्य किया। जो असंतोष लगातार 20 वर्षों से हरिद्वार विधायक मदन कौशिक के विरुद्ध हरिद्वार की जनता के मन में दबा था वह सामने आने लगा और आशा जगने लगी कि हरिद्वार विधानसभा का 30 वर्षों का सूखा आने वाले 2022 विधानसभा चुनाव में समाप्त होने जा रहा है। विगत 20 वर्षों में उत्तराखंड राज्य गठन के बाद हरिद्वार अन्य मैदानी जिलों से विकास की दौड़ में बुरी तरह पिछड़ा। शिक्षा स्वास्थ्य व अन्य विकास के मानकों में हरिद्वार फिस्सडी साबित हुआ। ऊपर से हरिद्वार में कुकुरमुत्ता की तरह के विधायक जी के छुटभैय्ये नेताओं की फौज ने जिस प्रकार अवैध धंधों को पैसा बनाकर युवाओं को नशे की गर्त में धकेला उससे जनता को लगने लगा था कि इस बार रावण युग का अंत होगा परंतु तभी विगत दिनों उषा ब्रेको लिमिटेड के पक्ष में नगर निगम हरिद्वार द्वारा रोप वे लीज 30 वर्षों को बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव पारित कर दिया। जिस प्रकार कोरोना काल में मात्र 15 मिनट में पक्ष विपक्ष की सुनियोजित साठगांठ से प्रस्ताव पास हुआ उससे न केवल हरिद्वार की समस्त जनता अपित अपितु कांग्रेस पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता भी अपने आपको ठगा महसूस कर रहा है। पार्टी तथा मेयर की भ्रष्टाचार विरोधी छवि को गहरा धक्का पहुंचा है। भारी आर्थिक लेनदेन की चर्चाएं आम है और प्रथम दृष्टया ऐसा लगता भी है जहां एक और हरिद्वार विधायक और मेयर एक दूसरे को कोसते नहीं थकते थे कैसे एक राय हुए। यह कोई इत्तेफाक नहीं हो सकता। कुछ भाजपाई और कांग्रेसी पार्षदों के मुखर विरोध को दरकिनार कर दिया गया। जनता में संदेश गया कि भाजपा और कांग्रेस पार्टी में कोई अंतर नहीं है तथा हमाम में सब नंगे हैं।

 

 

रही सही कसर हरिद्वार के लचर महानगर संगठन व प्रदेश के पदाधिकारियों की रहस्यमई चुप्पी ने पूरी कर दी है। इस समय में अस्वस्थ कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अम्बरीष कुमार की कमी बहुत खल रही है। मुझे विश्वास है कि अगर वह स्वस्थ व सक्रिय होते तो यह प्रस्ताव पारित नहीं होता। हालांकि पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं प्रदीप चौधरी व सतपाल ब्रह्मचारी जो नगरपालिका के अध्यक्ष रह चुके हैं ने प्रस्ताव पर उंगली उठाई, पर जनता में कोई स्पष्ट संदेश देने में दोनों ही असफल रहे। इसलिए आपसे अनुरोध है कि इस मामले में एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन कर जांच पड़ताल कराई जाए जिससे सत्य सामने आ सके तथा हरिद्वार ही नहीं अपितु पूरे प्रदेश और देश में एक संदेश जाए कि वास्तव में कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार के संबंध में जीरो टॉलरेंस का नजरिया रखती है। आने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी के लिए यह आवश्यक संदेश देना पार्टी के लिए हितकर होगा। परंतु पार्टी में अनिल भास्कर विधानसभा अध्यक्ष कांग्रेस नितिन तेश्वर, प्रदेश प्रवक्ता युवा हिमांशु बहुगुणा, रवीश भतीजा, रवि बाबू शर्मा, नीरव साहू, आकाश भाटी, नितिन यादव जैसे अनगिनत युवा कार्यकर्ता हैं। पार्टी उनका सदुपयोग हरिद्वार विधानसभा क्षेत्र में नहीं कर पा रही है। पार्टी संगठन हरिद्वार को निर्देशित करें कि इन युवाओं का अधिकाधिक उपयोग करें। अंत में आपसे अनुरोध है कि आप उषा ब्रेको लिमिटेड प्रकरण में पार्टी अपने स्तर से निष्पक्ष जांच कराएं और अगर कोई पार्टी कार्यकर्ता पदाधिकारी इसमें संलिप्त पाया जाए तो कड़ी कार्रवाई की जाए। जो माहौल भ्रष्टाचार के कारण स्थानीय विधायक के खिलाफ बना है उसे यह प्रकरण जाया ना कर सके।

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