मनोज सैनी
हरिद्वार। केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री श्री महेंद्र नाथ पांडेय ने बीएचईएल दिवस के अवसर पर नवनिर्मित बीएचईएल सदन का उद्घाटन, माननीय विद्युत् एवं भारी उद्योग राज्यमंत्री, श्री कृष्ण पाल गुर्जर की उपस्थिति में किया। इस अवसर पर श्री कामरान रिज़वी, सचिव-भारी उद्योग मंत्रालय, श्री विजय मित्तल, संयुक्त सचिव-भारी उद्योग मंत्रालय, श्री के. सदाशिव मूर्ति-अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक बीएचईएल, निदेशकगण एवं अन्य अधिकारी और कर्मचारीगण उपस्थित थे।
माननीय केंद्रीय भरी उद्योग मंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह 18 मंज़िल भवन अत्याधुनिक तकनीक एवं मानकों के अनुरूप निर्मित एक ईको-फ्रेंडली ग्रीन बिल्डिंग है जो पर्यावरण संरक्षण के लिए बीएचईएल की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। श्री पांडेय ने कहा कि माननीय प्रधान मंत्री जी 2070 तक “नेट ज़ीरो” कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य प्राप्त करने पर विशेष बल दे रहे हैं। यह बड़ी खुशी की बात है कि यह भवन 30 kW के सोलर पावर सिस्टम से युक्त है और बीएचईएल की हरित ऊर्जा की दिशा में और आगे बढ़ने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। बीएचईएल की स्थापना देश को बिजली की बड़ी मशीनें बनाने में आत्मनिर्भर बनाने के लिए की गई थी। मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि आज बीएचईएल राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए भारत की अर्थव्यवस्था में अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान कर रहा है। यह अपने विद्युत एवं अन्य सेक्टर्स के अलावा भारतीय रक्षा बलों के लिए भी महत्वपूर्ण उपकरणों और हथियारों की आपूर्ति कर रहा है। बीएचईएल भारतीय नौसेना के लिए उन्नत एसआरजीएम गन्स की आपूर्ति कर रहा है जो कि युद्धक जहाजों के लिए अग्रिम पंक्ति के हथियार हैं।
इसरो के सफल चंद्रयान 3 मिशन में भी बीएचईएल की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। बीएचईएल ने इसके लिए बैटरियों और टाइटेनियम प्रोपेलेंट टैंकों की आपूर्ति की है। देखा जाए तो बीएचईएल न केवल ऊर्जा और इनफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रयासरत है बल्कि यह रक्षा और अंतरिक्ष के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। विद्युत और भारी उद्योग राज्य मंत्री, श्री कृष्ण पाल गुर्जर ने अपने संबोधन में कहा कि 2000 से अधिक लोगों के बैठने की क्षमता वाला नया भवन, दिल्ली-एनसीआर स्थित सभी कार्यालयों को एक ही कार्यालय से काम करने की सुविधा प्रदान करेगा और इसके परिणामस्वरूप बेहतर समन्वय और बेहतर प्रदर्शन होगा। श्री गुर्जर ने व्यावसायिक आकार की कोयला गैसीकरण परियोजनाओं के लिए कोल इंडिया लिमिटेड और एनएलसी इंडिया लिमिटेड के साथ कंपनी द्वारा हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापनों का विशेष उल्लेख करते हुए हरित ऊर्जा की दिशा में बीएचईएल के प्रयासों की भी सराहना की।
इस अवसर पर बोलते हुए, श्री. कामरान रिज़वी, सचिव (एचआई) ने साझा किया कि किसी संगठन के पास अपनी संपत्ति होने से उसके कर्मचारियों को आत्मविश्वास और प्रेरणा मिलती है। उन्होंने आगे कहा कि बीएचईएल के गौरवशाली इतिहास और कद का प्रतीक यह नया भवन आने वाले दिनों में हम सभी के लिए प्रेरणा का काम करेगा। इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत में अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, बीएचईएल ने सभी का स्वागत करते हुए बीएचईएल के कर्मचारियों के परिश्रम की सराहना की तथा बीएचईएल के सतत विकास के लिए अधिक परिश्रम पर ज़ोर दिया। इस अवसर पर बीएचईएल के कर्मचारियों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया।
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