
मनोज सैनी
हरिद्वार। वर्तमान में प्रदेश में बिजली की किल्लत को देखते हुए उपभोक्ताओं को बिजली कटौती से बचाने के लिये ऊर्जा विभाग महंगी बिजली खरीदने को मजबूर है, जिससे वह अपने उपभोक्ताओं को नियमित व निर्बाध रूप से बिजली सप्लाई कर सके। मगर इन सबके बीच बिजली चोर बिजली चोरी करने से बाज नहीं आ रहे हैं जबकि बिजली चोरी रोकने के लिये ऊर्जा विभाग अनेकों प्रयास करता है और इस प्रयास में विभाग बिजली चोरी रोकने में काफी हद तक सफल भी हुआ है। आज से लगभग 2 दशक पूर्व बिजली के मीटर साधारण से होते थे जिसमें उपभोक्ता आसानी से बिजली चोरी कर लेते थे। इतना ही नहीं बिजली की मैन तारें खुली होने के कारण उस पर कटिया डालकर भी चोरी करते थे। समय बदला उसी के साथ ऊर्जा विभाग ने बिजली के तारों सहित बिजली के मीटर भी बदल दिए। मगर इंसान अपनी बिजली चोरी की फितरत से बाज नहीं आया।
बिजली चोरी का ताजा मामला आर्यनगर कॉलोनी के है जहां एक सम्पन्न व सरकारी सेवा में रहने वाला परिवार बहुत ही शातिराना तरीके से बिजली चोरी को अंजाम दे रहा था। ऊर्जा विभाग के अधिशासी अभियन्ता अरविन्द कुमार से मिली जानकारी के अनुसार आर्य नगर, ज्वालापुर की गली नं0 2 में प्रतिभा पत्नी महीपाल सिंह के घर में बिजली चोरी को लेकर मिल रही शिकायत पर कुछ दिन पूर्व छापा मारा गया। प्रतिभा के मकान में हो रही बिजली चोरी के तरीके को देखकर छापेमारी करने आये अधिकरी और कर्मचारी भी हैरान हो गये। अधिकारियों ने देखा कि मकान मालिक द्वारा मीटर में एक स्पेशल डिवाइस लगाकर रिमोट से कंट्रोल करके बिजली चोरी की जा रही थी। साथ ही साथ मकान मालिक द्वारा मात्र 5 किलो वॉट का कनेक्शन लिया गया है मगर उस कनेक्शन पर 17 किलो वॉट का लोड मिला। बिजली चोरी करने का यह तरीके अपने आप में हैरान व अचम्भित करने वाला था और जनपद हरिद्वार में इस प्रकार बिजली चोरी का पहला मामला सामने आया है। अरविंद कुमार ने जुर्माने के बारे में पूछने पर बताया कि उपभोक्ता पर कितना जुर्माना लगाया जाएगा इसका आंकलन किया जा रहा है। सम्भवतः आज शाम तक जुर्माने की राशि का आंकलन हो जाएगा
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