
शंकर दत्त शर्मा
रुद्रपर। यातयात व अपराध को नियंत्रित करने के उद्देश्य से तत्कालीन उत्तराखण्ड सरकार ने सीपीयू सीपीयू का गठन किया था लेकिन सीपीयू अपने गठन से ही दोपहिया वाहनों के चालान काटने तक ही सीमित रही। इस दौरान उस पर आरोप प्रत्यारोप भी लगते रहे लेकिन आज रुद्रपुर सीपीयू ने एक मिसाल कायम करते हुए बिछड़े बच्चों को उसकी मां से मिलवाने का भी मानवीय काम किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आज दिनांक 19 जनवरी को समय लगभग 3:00 बजे एक महिला सीमा पत्नी बाबूराम निवासी जगतपुरा, रुद्रपुर द्वारा रोते हुये सीपीयू कर्मी कांस्टेबल जगदीश जोशी व कांस्टेबल वीरेंद्र चौहान को बताया कि उसके बच्चे काफी देर से नहीं मिल रहे हैं। जिनका नाम पवन 11 वर्ष और यस 8 वर्ष है। महिला की समस्या देख बिना समय गवाएं सीपीयू कर्मी महिला को अपने साथ जंबो वाहन में बैठा कर उसके बच्चे ढूंढने के लिए चल दिए। लगभग आधे घंटे तक इधर उधर ढूढने के बाद सीपीयू कर्मियों ने उनके बच्चे खोज निकाले। माँ व बच्चे एक दूसरे को देखकर भावुक हो रोने लगे। महिला द्वारा सीपीयू रुद्रपुर के इस काम की सराहना कर सहृदय धन्यवाद दिया गया।
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