Apne log news

No.1 news portal of Uttarakhand

23 से 25 दिसंबर तक सप्तऋषि आश्रम हरिद्वार में होगा श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा पंजाब का शताब्दी महोत्सव महासम्मेलन।

* उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह एवं आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी कार्यक्रम में करेंगे शिरकत
* देशभर से कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पहुंच रहे हैं लोग भाग

 

मनोज सैनी

हरिद्वार। श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा पंजाब नई दिल्ली के राष्ट्रीय प्रधान डॉक्टर देशबंधु ने बताया कि भारत रत्न महामना मदन मोहन मालवीय जी के जयंती के अवसर पर सप्तऋषि आश्रम हरिद्वार में तीन दिवसीय सनातन धर्म शताब्दी महासम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।सभा अपना शताब्दी वर्ष का मुख्य उत्सव 23 दिसंबर से 25 दिसंबर तक हरिद्वार के सप्त ऋषि आश्रम भूपतवाला में मना रही है।
पत्रकारों से बात करते हुए डॉ देशबंधु ने बताया कि कार्यक्रम में जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी श्री अवधेशानंद गिरी एवं उत्तराखंड के राज्यपाल महामहिम लेफ्टिनेंट जनरल सेवानिवृत्ति श्री गुरमीत सिंह विभिन्न कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे शिक्षाविद छात्र-छात्राएं कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।
उन्होंने बताया कि 23 तारीख को जूना पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर आचार्य प्रवर स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज अपने दिव्य अमृतमय प्रवचन से समस्त सनातन परिवार को अभिसिक्त करेंगे। इस अवसर पर स्वामी जी महाराज अपने कर कमलों से महामना मालवीय जी पर डॉ, विजय शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक ’’महामना मालवीय जी का सांस्कृतिक दर्शन’’ तथा ’’त्यागमूर्ति गोस्वामी गणेश दत्त स्मृति ग्रंथ’’ के द्वितीय संस्करण का लोकार्पण भी करेंगे। द एस.डी. विद्या स्कूल अंबाला छावनी के छात्रों द्वारा कृष्ण लीला पर आधारित एक मनमोहक कोरियोग्राफी भी प्रस्तुत की जाएगी। 11ः00 बजे 1 मिनट गीता के नाम शीर्षक से गीता प्रचार के विश्व व्यापी अभियान के अधीन गीता के तीन महत्वपूर्ण श्लोकों का सामूहिक पाठ किया जाएगा। संध्या के समय भारतीय लोक नृत्य समागम के कार्यक्रम में विविध प्रदेशों से आए हुए छात्र कलाकारों द्वारा अपने-अपने प्रदेशों के लोकनृत्यों की मनमोहक प्रस्तुतियां दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि 24 दिसंबर को छात्र शिक्षक सम्मान समारोह में उत्तराखंड के महामहिम राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्ति) श्री गुरुमीत सिंह जी मुख्य अतिथि के रूप में पधारेंगे। महामहिम राज्यपाल इस अवसर पर सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा की शताब्दी स्मारिका का विमोचन भी करेंगे। इसके साथ ही सनातन धर्म कॉलेज के दो श्रेष्ठ प्राचार्यों, तीन कॉलेज शिक्षकों, सनातन धर्म स्कूलों के दो श्रेष्ठ प्रधानाध्यापकों तथा दो सनातन धर्म स्कूल-शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा। सायंकालीन सत्र में विविध प्रदेशों से आए हुए छात्रों की व्यक्तिगत प्रस्तुतियों के लिए खुला मंच का आयोजन होगा।
डॉक्टर देश बंधु ने बताया कि 25 दिसंबर को भारत रत्न महामना मदन मोहन मालवीय जी का जयंती समारोह मनाया जाएगा। प्रातः 9ः00 बजे से देव पूजन एवं यज्ञ-अनुष्ठान का कार्यक्रम है। 11ः00 बजे सप्तऋषि आश्रम हरिद्वार में स्थित महामना मालवीय जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। तीन दिवसीय कार्यक्रम में भाग लेने के लिए देश के विभिन्न राज्यों से लोग सप्त ऋषि आश्रम पहुंच रहे हैं।
प्रेस वार्ता में सभा के कार्यकारी प्रधान आई.एम. गोस्वामी, प्रचार मंत्री नंद किशोर शर्मा, डी.आर. मदान, कार्यक्रम संयोजिका डा. भारती बन्धु, अध्यक्ष महावीर दल महंत बिहारी स्वरूप मौजूद थे ।

श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा (पंजाब) नई दिल्ली का गरिमामय इतिहास

भारत रत्न महामना मदन मोहन मालवीय जी द्वारा अविभाजित भारत के लाहौर शहर में सन् 1923 में श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा (पंजाब) की स्थापना की गई थी। उत्तर पश्चिम भारत के समस्त प्रदेशों एवं नगरों की समस्त स्थानीय सनातन धर्म सभाओं को संगठनात्मक स्तर पर एक सूत्र में पिरोने के लिए एक केंद्रीय शक्ति के रूप में महामना मालवीय जी ने सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा(पंजाब) की स्थापना की थी, जिसका संचालन उनके एकमात्र मंत्र दीक्षित शिष्य त्यागमूर्ति गोस्वामी गणेश दास जी महाराज 1959 तक करते रहे हैं। वर्तमान में प्रतिनिधि सभा के अंतर्गत पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली व चंडीगढ़ आदि सात राज्यों एवं दो केंद्र शासित प्रदेशों की 150 से अधिक सनातन धर्म सभाएं एवं 100 से अधिक शिक्षा संस्थान सम्मिलित हैं। शिक्षा संस्थानों के स्वतंत्र रूप में संचालन का कार्य प्रतिनिधि सभा की सहयोगी संस्था सनातन धर्म शिक्षा समिति चंडीगढ़ कर रही है। अनेक धार्मिक स्थलों, शक्तिपीठों, कुंभ, कपाल मोचन तथा सूर्य ग्रहण मेलों और तीर्थों पर आयोजित धार्मिक समारोहों के प्रबंधन का कार्य श्री सनातन धर्म महावीर दल करता है।

शताब्दी वर्ष में साल भर हुए विभिन्न आयोजन

शताब्दी महोत्सव के अंतर्गत प्रतिनिधि सभा अपने कार्यक्षेत्र में आने वाले सात राज्यों के सनातन धर्म सभाओं और शिक्षण संस्थानों के सहयोग से वर्ष भर अनेक धार्मिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक, सामाजिक और राष्ट्रीय कार्यक्रमों एवं समारोह का आयोजन कर रही है। शताब्दी महोत्सव के अंतर्गत अब तक किए गए कार्यक्रमों का संक्षिप्त विवरण किस प्रकार है।
27 अप्रैल 2023 से गुरु पुष्य योग में पांच दिवसीय शतचंडी यज्ञ से सप्त ऋषि आश्रम हरिद्वार से ही शताब्दी महोत्सव का शुभारंभ हुआ। मां गंगा की जयंती के पावन अवसर पर सप्तऋषि आश्रम हरिद्वार के गोस्वामी गणेश दत्त घाट पर गंगा लहरी के सामूहिक पाठ द्वारा भगवती गंगा का पूजन और अर्चन किया गया। भगवती दुर्गा के नौ रूपों के प्रतिनिधि रूप में जो हवन कुंड बनाए गए जिनमें सैकड़ों सनातनधर्मी भक्तों ने आहुति डालकर भगवती की आराधना की। इस अवसर पर सामूहिक सुंदरकांड का पाठ और भजन संध्या का भी आयोजन किया गया।
त्यागमूर्ति गोस्वामी गणेश दत्त जी की पुण्यतिथि के अवसर पर 9 जून 2023 को माँ की चौकी का आयोजन किया गया और साथ ही अगले दिन सभी सनातनी परिवार के सदस्यों ने सप्त ऋषि आश्रम की ऐतिहासिक यज्ञशाला में हवन किया और गोस्वामी गणेश दत्त जी महाराज को श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर अनेक महामंडलेश्वर संतो द्वारा सनातन धर्म पर अपने विचार प्रस्तुत किए गए।
भारत सरकार की नई शिक्षा नीति के संदर्भ में सनातन धर्म के स्कूलों के प्रधानाध्यापकों के प्रशिक्षण के लिए एस.डी. पब्लिक स्कूल सेक्टर-32 चंडीगढ़ तथा एस. डी. विद्या स्कूल अंबाला छावनी में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें 40 से अधिक स्कूलों के प्रधानाचार्यों ने सक्रिय होकर भाग लिया। सनातन धर्म सभा अंबाला छावनी द्वारा श्रीमद् भागवत कथा का साप्ताहिक आयोजन किया गया। इसी प्रकार भगवान शिव के परम प्रिय श्रावण अधिक मास में सनातन धर्म महावीर दल हनुमानगढ़ द्वारा भगवान शिव की आराधना के लिए संगीतमयी शिव कथा का आयोजन किया गया।
देश की भावी पीढ़ी में सनातनी संस्कारों को जगाने के लिए स्कूल स्तर पर अनेक प्रकार के सांस्कृतिक व शैक्षणिक आयोजन किए गए। सारे कार्य क्षेत्र को 5 जोन में विभक्त किया गया। उत्तराखंड जोन, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली जोन, हिमाचल जोन, जालंधर जोन और भटिंडा जोन, इन पांच क्षेत्रों में आने वाले सनातन धर्म स्कूलों के छात्र-छात्राओं की भाषण, कवितोच्चारण, वाद-विवाद सामूहिक भजन गायन, सामूहिक देश भक्ति गीत गायन, उक्ति लेखन, पेंटिंग, रंगोली, क्विज आदि 11 प्रतियोगिताओं में प्रतिस्पर्धाएं कराई गयी। यह कार्यक्रम लगभग डेढ़ महीना चलता रहा।
17 नवंबर 2023 को गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज, राजपुर, हिमाचल प्रदेश में भारत की सनातन परंपरा और आधुनिक युग शीर्षक सारगर्भित विषय पर एकदिवसीय सेमिनार और व्याख्यान माला का आयोजन किया गया, जिसमें देश के उच्च कोटि के शिक्षाविदों ने भाग लिया। 25-26 नवंबर 2023 को श्री सनातन धर्म सभा भटिंडा के सौजन्य से श्री सनातन धर्म कन्या महाविद्यालय में श्री सनातन धर्म त्रिवेणी सम्मेलन के अंतर्गत अनेक प्रकार के धार्मिक शैक्षणिक और भक्ति संगीतमय कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। 25 नवंबर को अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गायक डॉक्टर सुधीर शर्मा द्वारा भजन संध्या का कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। इसी दिन गंगा धारा के अंतर्गत जिओ गीता तथा गीता अनुसंधान केंद्र कुरुक्षेत्र के संस्थापक गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने अपने श्रीमुख से श्रीमद् भागवद्गीता की विश्वव्यापी सनातनी महिमा के लोक कल्याणकारी स्वरूप पर प्रकाश डालते हुए समस्त श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। 26 नवंबर को अंतः क्षेत्रीय सनातन धर्म अंतर्विद्यालय सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। श्री जगरूप सिंह गिल सदस्य विधानसभा भटिंडा शहरी क्षेत्र ने उद्घाटन समारोह का आरंभ किया। सायं 3ः00 बजे समापन समारोह संपन्न हुआ, जिसमें पंजाब सरकार के कृषि मंत्री श्री गुरमीत सिंह गुड़िया मुख्य अतिथि के रूप में विराजमान हुए और उन्होंने विजेता प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए। इस अवसर पर कुछ विशिष्ट शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया।

Share
error: Content is protected !!