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दोषी पार्षदों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही नहीं हुई तो चमार वाल्मीकि महासंघ करेगा धरना प्रदर्शन

मनोज सैनी
हरिद्वार। नगर निगम हरिद्वार बोर्ड की बैठक में अनुसूचित जाति के सहायक नगर आयुक्त के साथ की गई अभद्रता के खिलाफ चमार वाल्मीकि महासंघ के कार्यकर्ताओं ने दोषी पार्षदों की घोर निंदा करते हुए दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की हैं। हाल ही में नगर निगम हरिद्वार में जातिगत द्वेष के कारण भाजपा के कुछ पार्षदों के द्वारा अनुसूचित जाति के सहायक नगर आयुक्त एवं वरिष्ठ लिपिक वेदपाल वाल्मीकि के साथ अभद्रता का मामला मीडिया की सुर्खियां बना हुआ है। इस मामले में सहायक नगर आयुक्त की ओर से दोषियों के खिलाफ पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है जिसके खिलाफ दोषियों ने शहरी विकास मंत्री से मुलाकात कर अनुसूचित जाति के सहायक नगर आयुक्त को हटाने की मांग करने के बाद थाने का घेराव कर सहायक नगर आयुक्त के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया है। भाजपा शासन में अनुसूचित जाति के महिला -पुरुषों के साथ अपराध करने के बाद पीड़ित अनुसूचित जाति के खिलाफ प्रदर्शन कर अनुसूचित जाति को भाजपा के लोग जगह -जगह गालियां देते हुए नजर आ रहे हैं। हाथरस मनीषा बलात्कार कांड इसका ताजा उदाहरण आपके सामने हैं। नगर निगम हरिद्वार बोर्ड की बैठक में अनुसूचित जाति के सहायक नगर आयुक्त के साथ की गई अभद्रता की चमार वाल्मीकि महासंघ घोर निंदा करता है और दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग करता है। चमार वाल्मीकि महासंघ के संस्थापक अध्यक्ष भंवर सिंह ने कहा कि हरिद्वार जैसी जगह पर जब अनुसूचित जाति के अधिकारी का नगर निगम बोर्ड की बैठक में सबके सामने अपमान कर उत्पीड़न किया जा सकता है तो दूर दराज के क्षेत्रों में अनुसूचित जाति के महिला- पुरुषों का क्या हाल हो रहा होगा। जिला अध्यक्ष भानपाल सिंह रवि ने कहा कि दिल्ली बॉर्डर पर किसानों और देश में दलितों पर लगातार किए जा रहे अन्याय अत्याचारों से साबित हो गया है कि भाजपा दलित एवं किसानों की घोर विरोधी है। युवा जिला अध्यक्ष विपिन पेवल एवं कार्यवाहक जिला अध्यक्ष अजय कुमार वाल्मीकि ने कहा कि अगर दोषी पार्षदों को शीघ्र गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही नहीं की गई तो चमार वाल्मीकि महासंघ धरना प्रदर्शन करने पर बाध्य होगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन- प्रशासन की होगी।

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