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कुम्भ 2021: महाशिवरात्रि पर प्रथम शाही स्नान सकुशल सम्पन्न, साढ़े 6 बजे तक 32 लाख 87 हजार श्रद्धालुओं ने लगाई मां गंगा में डुबकी

मनोज सैनी
हरिद्वार। महाशिवरात्रि पर्व पर गुरूवार को हरिद्वार महाकुंभ का प्रथम शाही स्नान परम वैभव, दिव्य-भव्य रूप से सकुशल सम्पन्न हुआ। महाशिवरात्रि के प्रथम शाही स्नान पर्व के अवसर पर सम्पूर्ण कुम्भ मेला क्षेत्र में आरती समाप्ति के समय सांय 06:30 बजे तक स्नानार्थियों की संख्या: लगभग 32 लाख 87 हजार रही। स्नान अभी भी जारी है। शाही स्नान पर आज अखाड़ों के साधु-सन्यासियों ने हर-हर महादेव और हर-हर गंगे का जयघोष करते हुए ब्रहमकुंड पर गंगा में आस्था की डुबकी लगाई
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गुरूवार को सबसे पहले श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के संतजनों ने जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज, अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत प्रेमगिरि महाराज, अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत सोहन गिरि, महामंडलेश्वर स्वामी विमल गिरि आदि ने सबसे पहले शाही स्नान किया।

हर हर महादेव, हर हर गंगे के जयघोष के साथ साधु संत गंगा स्नान करके निर्धारित रूट से वापस अखाडे़ की छावनी में वापस लौटे। अग्नि, आवाहन के साथ ही किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी, आवाहन अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर ब्रह्मनिष्ठ स्वामी कृष्णा नंद और बड़ी संख्या में नागा सन्यासियों ने भी शाही स्नान किया।

इसके बाद पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के साधु सन्यासियों ने आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत नरेंद्र गिरि, अखाड़े के सचिव और अखाड़े के मेला प्रभारी श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज आदि ने शाही स्नान किया।
इसी बीच मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत भी हरकी पैड़ी पहुंचे। उन्होंने संतजनों पुष्प वर्षा कर उनका अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री का श्री गंगा सभा के पदाधिकारियों ने कार्यालय में स्वागत करते हुए गंगाजली, प्रसाद व चुन्नी भेंट की। मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने मां गंगा से प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की।

श्री महानिर्वाणी और श्री पंचायती अटल अखाड़े के संतजन शाही स्नान के लिए अपने अखाड़े से दोपहर में निकलकर डामकोठी, तुलसी चैक, ललतारौ पुल होकर ब्रह्मकुंड पहुंचे, जहां बड़ी संख्या में साधु-सन्यासियों ने शाही स्नान किया। शाही स्नान के बाद अखाड़े के संतजन निर्धारित मार्ग से अखाड़े की छावनी में वापस लौटे।

इससे पूर्व सुबह मेलाधिकारी दीपक रावत ने हरकी पैड़ी व आसपास के घाटों पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कहीं पर भी भीड़ को एकत्रित न होने दें। श्रद्धालुओं से कोविड से बचाव के लिए मास्क अवश्य लगाने और सोशल डिस्टेंशिंग का पालन करने की भी मेलाधिकारी ने अपील की।
डीजीपी अशोक कुमार, गढ़वाल आयुक्त रविनाथ रमन और आईजी कुंभ संजय गुंज्याल आदि ने भी हरकी पैड़ी के घाटों व मीडिया प्लेटफार्म पर पहुंचकर व्यवस्थाओं की निगरानी कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये।

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