
मनोज सैनी
रुड़की। प्रशांत गर्ग पुत्र स्वर्गीय अनिल गर्ग निवासी थामस बिल्डिंग, मुख्य भवन आईआईटी रुड़की, हरिद्वार ने कोतवाली रुडकी पर आकर तहरीर दी थी कि उनकी संस्था के कर्मचारी धीरज उपाध्याय द्वारा धोखाधड़ी से 13 बैंक ट्रांजैक्शन के द्वारा संस्थान की कुल कुल धनराशि एक करोड़ पांच लाख पैंतीस हजार सात सौ त्रेपन रुपए (1,05, 35, 753.00 रुपए) अपने निजी खाते में स्थानांतरित कर संस्थान के साथ धोखाधड़ी कर पैसा हड़प लिया है।
इस संबंध में कोतवाली रुड़की पर मुकदमा अपराध संख्या 6771 20 धारा 409 आईपीसी पंजीकृत किया गया तथा मुकदमे की विवेचना उप निरीक्षक नरेंद्र सिंह के सुपुर्द की गई। मुकदमा उपरोक्त में वांछित अभियुक्त धीरज कुमार उपाध्याय पुत्र राजेश्वर उपाध्याय निवासी पटेरहा, थाना पडरौना जिला कुशीनगर उत्तर प्रदेश हाल निवासी ग्राम भंगेड़ी, थाना कोतवाली रुड़की, हरिद्वार लगातार फरार चल रहा था तथा उत्तर प्रदेश के पूरव व गौरखपुर जाने से भागने की फिराक में था। अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु प्रभारी निरीक्षक रुडकी द्वारा पुलिस टीम को दिशा निर्देश दिये गये थे जिस पर गहन सुरागरसी पतारसी करते हुए विवेचनात्मक कार्यवाही के उपरांत पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर विवेचक द्वारा 25 अक्टूबर को उसके किराए के मकान ग्राम भंगेड़ी महावतपुर, रुड़की से गिरफ्तार किया गया।
अभियुक्त द्वारा पूछताछ में बताया कि वह आईआईटी डीन ऑफिस में सीनियर असिस्टेंट क्लर्क था तथा वर्ष 2017 से उसके द्वारा संस्थान की धनराशि अपने खाते में ट्रांसफर कर गबन किया जा रहा था। अभियुक्त के व्यक्तिगत बैंक खाते में वर्तमान समय में 20,00000 रुपए (बीस लाख रुपए) जमा है जिन्हें होल्ड करवाया गया है। गिरफ्तार अभियुक्त को आज ही माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कराया जा रहा है।
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