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घर से नाराज होकर गई नाबालिग को जिस्म फरोसी के धंधे में धकेला, आरोपी गिरफ्तार। कनखल थाना क्षेत्र की घटना। पढ़िए पूरी खबर

क्राइम ब्यूरो
हरिद्वार। कनखल थाना क्षेत्र में मोबाइल फोन को लेकर मां द्वारा अपनी नाबालिग बेटी को डांटने के कारण घर से नाराज होकर चले जाने और उसे एक युवक द्वारा जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल देने का मामला प्रकाश में आया है। नाबालिग के भाई की शिकायत पर  कनखल पुलिस ने तत्काल कार्यवाही करते हुए आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही नाबालिग से दुष्कर्म करने वाले अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार रविवार को कनखल थाने में एक युवक ने बताया कि उसकी 17 वर्षीय नाबालिग बहन को मां ने मोबाइल का इस्तेमाल करने पर डांट दिया था। मां की डांट से नाराज होकर उसकी बहन घर से बिना बताए कहीं चली गई थी। रविवार को जब उसकी बहन वापस लौटी तो उसने आप बीती घर वालों को सुनाई। उसने बताया कि एक रिश्तेदार युवती ने उसकी मुलाकात दीपक सैनी निवासी राजीव नगर बस्ती गोविंदपुरी से कराई थी। 17 तारीख को वह उसी के साथ थी। आरोप है कि दीपक ने उसे तीन अलग-अलग लोगों से मिलवाया था, जिन्होंने उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच पड़ताल की। इस दौरान पता चला कि दीपक एक पेशेवर दलाल है। उसने ही रानीपुर और जगजीतपुर क्षेत्र में तीन लोगों के पास नाबालिग किशोरी को भेजा था। जिसकी एवज में उसने उन लोगों से नगद पैसे लिए। नाबालिग किशोरी को बहला-फुसलाकर ले गए आरोपी दीपक ने उसे भरोसा दिलाया था कि वह उसे घर छोड़ने के साथ-साथ रुपये भी देगा। थानाध्यक्ष नरेश राठौड ने बताया कि आरोपी दीपक सैनी को किशोरी को बंधक बनाकर जिस्मफरोशी कराने के आरोप के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। जल्द ही किशोरी से दुष्कर्म करने वाले तीनों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। दीपक के मोबाइल फोन को जब पुलिस ने खंगाला तो उसके फोन में कई जिस्मफरोशी के धंधे से जुड़ी जानकारियां सामने आई। उसके मोबाइल से कई सफेदपोशों के मोबाइल फोन नंबर मिले हैं। जिन्हें व्हाट्सएप एप्लीकेशन के जरिए वह लड़कियों के फोटो भेजा करता था और उसके बाद उन्हें लड़कियां उपलब्ध कराता था। दीपक का नेटवर्क दिल्ली तक फैला हुआ है। दिल्ली से युवतियों को पैकेज सिस्टम पर लाकर वह यहां जिस्मफरोशी कराता था। वह एक-एक सप्ताह के लिए युवतियों को लाता था। जिसके रहने खाने का जिम्मा दीपक उठाता था। युवती को एक सप्ताह की एकमुश्त रकम दी जाती थी।

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