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प्रेस क्लब, हरिद्वार: मास्टर ने प्रिंसिपल को चंगुल में फंसाकर श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के किए दो फाड़, बनाया अपना नया धड़ा।

जायसवाल अपने धड़े के नए अध्यक्ष महामंत्री का कर दिया ऐलान

मनोज सैनी
हरिद्वार। प्रेस क्लब, हरिद्वार के मार्च के महीने में होने वाले वार्षिक चुनाव से पहले ही पत्रकारों में राजनीति तेज हो गई है। अपने आप को प्रेस क्लब, हरिद्वार का संस्थापक अध्यक्ष बताने वाले शिवशंकर जायसवाल जो स्थानीय डिग्री कॉलेज के प्रधानाचार्य भी रह चुके हैं, ने अपने चुनिंदा लोगों को एक होटल में बुलाकर श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के दो फाड़ करते हुए अपने नए धड़े के अध्यक्ष- महामंत्री का ऐलान कर दिया है।
गौर करने वाली बात है की यही शिव शंकर जायसवाल प्रेस क्लब, हरिद्वार के वर्ष 2018-19 के वार्षिक चुनाव में अध्यक्ष और इनके नए गुट से दीपक नौटियाल, श्रवण झा श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के बल पर ही प्रेस क्लब अध्यक्ष और महासचिव, राजकुमार महासचिव बने थे और कुछ ऐसे सदस्य है, जो यूनियन के बदौलत ही प्रेस क्लब के सदस्य बने थे, जो पत्रकारिता की एबीसीडी भी नहीं जानते।

बताते चलें कि श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के हरिद्वार में संजय आर्य जिला अध्यक्ष हैं और महामंत्री अमित गुप्ता हैं और उन्होंने आज देर शाम को नेहरू युवा केंद्र में संगठन की बैठक बुलाई थी, मगर बैठक की सूचना मिलते ही राजनीति के शातिर खिलाड़ी शिव शंकर जायसवाल ने बैठक से पूर्व अपने धड़े की बैठक बुलाकर यूनियन के 2 फाड़ कर दिए। नाम ने छापने की शर्त पर श्रमजीवी के एक सदस्य ने बताया कि पिछले दिनों शिवशंकर जायसवाल द्वारा प्रेस क्लब की सदस्यता के संबंध में श्रमजीवी पत्रकार यूनियन को संगठनात्मक न लेकर व्यक्तिगत सदस्यता लेने का प्रस्ताव दिया गया था, जिसको श्रमजीवी पत्रकार यूनियन द्वारा खारिज कर दिया गया था। प्रस्ताव खारिज होने के बाद जायसवाल इतने तिलमिला गए की उन्होंने आज एक मास्टर पत्रकार के साथ मिलकर यूनियन ही 2 फाड़ कर दी। पत्रकार साथी ने एक और दिलचस्प जानकारी दी कि वर्तमान कार्यकाल के शुरुआत में ही जायसवाल ने प्रेस क्लब के महामंत्री मनोज रावत को श्रमजीवी यूनियन से निकलवा दिया था और वह महासचिव मनोज रावत को प्रेस क्लब से निकलवाने के लिया प्रेस क्लब, अध्यक्ष राम चंद्र कन्नौजिया पर भारी दबाव बना रहे थे, मगर प्रेस क्लब में राजनीति देखिए कि एक मास्टर पत्रकार ने महासचिव मनोज रावत के पक्ष में ऐसा तर्क दिया कि प्रेस क्लब अध्यक्ष ने मनोज रावत को लेकर कोई कार्यवाही नहीं की। इस मुद्दे को लेकर श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ने प्रेस क्लब में कई पत्राचार किए मगर महासचिव मनोज रावत को प्रेस क्लब से बाहर कराने में कामयाब नहीं हो पाए। कुछ समय बाद प्रेस क्लब की राजनीति ने करवट बदली और प्रेस क्लब, हरिद्वार के एक मास्टर पत्रकार ने पत्रकारों की राजनीति के शातिर खिलाड़ी माने जाने वाले शिवशंकर जायसवाल को प्रेस क्लब में व्यक्तिगत सदस्यता को लेकर ऐसे अपने चंगुल में फंसाया, जिसके बाद जिस महासचिव को जायसवाल ने प्रेस क्लब से निकलवाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था, उन्हीं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आज श्रमजीवी के 2 फाड़ कर दिए।

 

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