मनोज सैनी
हरिद्वार /प्रयागराज। अपने ही अखाड़े पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के वरिष्ठ संतो को बदनाम करने, उन पर कीचड़ उछलना और समाज में उनका छीछालेदर कराने के चक्कर में महंत दुर्गादास और उनके 31 सहयोगी संत इस बार बुरी तरह से फस गए हैं। महंत दुर्गादास, व्यास मुनि, गोविंद दास प्रेमदास, सहित 32 प्रमुख संतो के खिलाफ प्रयागराज के कीडगंज थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 467, 468, 469 471, 323, 504, 506, 120बी , कुल गंभीर 9 धाराओ में आपराधिक मुकदमा दर्ज किया गया है। जल्द ही सभी संतों की गिरफ्तारी संभव है, जिससे अखाड़े में भूचाल आ गया है।
FIR No.125 of 2024 against Durga Das and
दरअसल 2 मई 2023 को महंत दुर्गादास ने अन्य दो महंतो के साथ नियम विरुद्ध बैठक करके अखाड़े के महंत रघुमुनि महाराज, अखाड़े के प्रधान कार्यालय के सचिव अग्रदास महाराज और हरिद्वार अखाड़े के कोठारी महंत दामोदर दास महाराज को अखाड़े से निष्कासन करने का प्रस्ताव किया था, जिसके विरुद्ध महंत रघुमुनि महाराज प्रयागराज के सिविल जज सीनियर डिवीजन में गए थे, जिन्होंने प्रस्ताव पर 23 मई को स्टे दे दिया था, आदेश दिया था कि विपक्षिगण महंत दुर्गादास आदि वाद का निर्णय होने तक महंत रघुमुनि के अधिकारों व कब्जे में हस्तक्षेप ना करें, आरोप है की कोर्ट की अवमानना करते हुए दुर्गादास ने अपने दबंग और झगड़ालू समर्थकों के साथ मिलकर सचिव अग्रदास को धमकाया और गंभीर अंजाम भुगतने की धमकी दी, कोर्ट से स्टे होने के बाद महंत दुर्गादास द्वारा 27 मई को एक कथित बैठक बुलाकर उसमें कोरम पूरा करने का फिर से एक षड्यंत्र रचा गया, जिसमें संतो को अखाड़े से निष्कासन की धमकी के साथ-साथ अन्य प्रलोभन और डरा धमकाकर उनके स्थानों पर जाकर हस्ताक्षर करवाए गए, लेकिन शायद वह भूल गए थे कि टेक्नोलॉजी के जमाने में आधुनिक कानून व्यवस्था में पुलिस आजकल मोबाइल लोकेशन सहित अन्य सभी साक्ष्यों कि जांच करती है, जिसको लेकर मोदी सरकार ने नए कानून भी बनाए हैं, सचिव अग्रदास द्वारा दुर्गा दास और अन्य संतों पर अखाड़े के बैंक में जमा करोड़ों रुपए की धनराशि और अखाड़े की संपत्ति को खुर्द बूर्द करने की नियत से किए जा रहे गलत कार्य के खिलाफ धारा 156 (3) में अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ,न्यायालय प्रयागराज में प्रार्थना पत्र दिया था, जिस पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने थाना कीडगंज को महंत दुर्गादास ,व्यास मुनि, गोविंद दास प्रेमदास सहित अन्य कई संतों पर आपराधिक मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं जिसके बाद थाना कीडगंज में मुकदमा दर्ज कर लिया है और पुलिस जांच कर रही है अपराधिक मुकदमे में जल्दी ही इन संतों की गिरफ्तारी भी हो सकती है।
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