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सतीश जोशी
पर्यटक नगरी से अल्मोडा को जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 109 की यातायात व्यवस्था पिछले लंबे समय से पूर्णतया आवारा पशुओं के हवाले है। उक्त राष्ट्रीय राजमार्ग के राय स्टेट से लेकर घिंगारी खाल तक की सारी यातायात व्यवस्था को सैकड़ों आवारा जानवरों ने अस्त व्यस्त कर रखा है। आवारा जानवरों के इस सड़क के बीचों बीच डेरा डाल लेने से इस मार्ग पर दिन भर में चलने वाले हज़ारों लोग, गाड़ी चालक एवं इस मार्ग से अलमोड़ा, द्वाराहाट, कौसानी सहित चार धाम जाने वाले सैलानियों को भारी मशक़्क़त का सामना करना पड़ रहा है। हद तो ये हो गई है की ये आवारा जानवर अब राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजरने वाले लोगों को चोट तक पहुँचाने लगे हैं। इनके बीच राह पर सैकड़ों की तादात में बैठ जाने से दिन भर यातायात प्रभावित होने के साथ साथ लोगों को जान माल का भी ख़तरा बना हुआ है। राय स्टेट आर्मी गेट के पास सैकड़ों की तादात में बैठे ये जानवर अब वहाँ पर ड्यूटी में तैनात आर्मी के जवानों के लिए भी सरदर्द बने गये हैं। इन जानवरों द्वारा जगह जगह की जा रही गंदगी के कारण कई बार दोपहिया वाहनों के फिसलने से लोग चोटिल तक हो चुके हैं। बावजूद इसके छावनी परिषद प्रशासन कुंभकर्णी नींद सोया हुआ है। दर्जनों बार स्थानीय लोग एवं जन प्रतिनिधि छावनी परिषद के अधिकारियों को यह जानकारी देकर इन आवारा जानवरों से निजात दिलाने की गुहार लगा चुके है लेकिन लगता है कि जनता की समस्या से बेख़ौफ़ छावनी परिषद प्रशासन किसी बड़ी अनहोनी के बाद ही गहरी नींद से जागेगा। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि अब हद हो चुकी है अगर जल्दी ही रानीखेत छावनी परिषद ने इस विकट समस्या का समाधान नहीं किया तो मजबूर होकर उन लोगों को छावनी परिषद के ख़िलाफ़ सड़कों पर उतरना पड़ेगा। सोमनाथ ग्राउंड के आसपास बेख़ौफ़ घूम रहे इन आवारा जानवरों से स्थानीय दुकानदार भी तंग हो चुके हैं उनका कहना है कि इन जानवरों में कई तो पालतू पशु हैं जो गाँव के लोगों ने छोड़ रखे हैं, लेकिन छावनी परिषद हर बार जुर्माने के बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लेता है जिससे मामला जस का तस बना हुआ है। दुकानों के आस पास इन जानवरों द्वारा की जा रही गंदगी को भी उनको स्वयं साफ़ करना पड़ता है। लेकिन उनकी समस्या का कोई भी सुधलेवा नहीं है। ज्ञात हो कि छावनी परिषद रानीखेत के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में लंबे समय से गंदगी और आवारा पशुओं के तांडव से लोग दुखी हैं बावजूद इसके जनता की सेवा का दंभ भरने वाला छावनी प्रशासन एवं इसके जिम्मेदार पदाधिकारी कब इस गंभीर समस्या को समझकर इसका समाधान करेंगे यह भविष्य के गर्त में ही है। इधर इस बाबत जब व्यापार मंडल के अध्यक्ष मनीष चौधरी से बात की गई तो उनका कहना था कि दर्जनों लोगों एवं ग्रामीणों की शिकायत पर उन्होंने एक माह पूर्व संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत से इस गंभीर समस्या से अवगत कराया था लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। उन्होंने कहा कि आवारा पशुओं की इस समस्या के कारण लोगों की जान तक का ख़तरा बना हुआ है। छावनी परिषद बार बार असमर्थता जताकर हाथ खड़े कर देता है। उन्होंने पुनः छावनी परिषद एवं स्थानीय प्रशासन से इन गंभीर मामले का त्वरित समाधान कर आवारा पशुओं को गौसदन भेजने की अपील की है। इस समस्या से रोज़ रूबरू हो रहे ग्रामीणों और दुकानदारो ने तो अतिशीघ्र समाधान ना होने पर सड़कों पर उतरने का तक मन बना लिया है। बहरहाल अब देखना ये होगा कि छावनी परिषद एवं स्थानीय प्रशासन लोगों की इस गंभीर समस्या का कब तक संज्ञान लेता है या फिर एक बार पुनः लोगों को निराशा ही हाथ लगेगी।
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