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3 सितम्बर को महिला के गले से लूटी गई चैन के पुलिसिया खुलासे पर पीड़ित महिला ने फिर लगाया सवालिया निशान।

मनोज सैनी
हरिद्वार। हरिद्वार पुलिस ने 3 सितंबर को मॉर्निंग वॉक पर निकली आर्य नगर निवासी महिला दीपिका के गले से चैन लूट की घटना का खुलासा करने का दावा किया था, मगर पीड़ित महिला ने आज फिर निवर्तमान महापौर के संयोजन में निकाले गए मार्च में मीडिया के सामने एक बार फिर पुलिस की कार्य प्रणाली और चैन लूट के खुलासे की धज्जियां उड़ाते हुए कहा कि उन्हें अभी तक कोई चैन नहीं मिली है और न वह चैन स्नेचर पकड़ा गया है।

पुलिस ने केवल उसका साथी है। इतना ही नहीं पीड़ित महिला ने ज्वालापुर पुलिस पर आरोप लगाते हुए कह रही है कि पुलिस ने आरोपी को पहचान के लिए तो बुला रही है लेकिन चैन नहीं दे रही है। लूटी गई चैन के बारे में पूछताछ करने पर पुलिस आजकल- आजकल कर रही है, मगर चैन नहीं दे रही है। अब बड़ा सवाल उठता है की जब महिला के गले से लूटी चैन और मुख्य आरोपी नहीं पकड़ा गया तो पुलिस ने आखिर चैन लूट का फर्जी खुलासा क्यों किया? पीड़ित महिला ने कहा की जब पुलिस वालों के रिश्तेदार ही चैन लूटने लगेंगे तो आम आदमी कैसे सुरक्षित रह सकता है।


वैसे पुलिस द्वारा फर्जी चैन लूट खुलासे से शहर भर में हरिद्वार पुलिस की जमकर फजियत हो रही है और लोग पुलिस पर सवालिया निशान लगाते देखे जा सकते हैं। बहरहाल अभी तक न तो महिला के गले से झपटी चैन मिली और न चैन लूट का आरोपी।

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