मनोज सैनी
हरिद्वार। हरिद्वार में रईसजादे में कानून का कोई खौफ नहीं है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वे किसी पर कहीं भी हमला कर सकते हैं और पैसे के बल पर कुछ भी कर सकते हैं।
ऐसी ही एक दुस्साहसिक वारदात को नगर के कुछ रईस जादों ने कनखल थाना क्षेत्र के सिंह द्वार पर अंजाम दिया गया। घटना 30 सितंबर की रात की है जब शराब के नशे में धुत्त तीन रईसजादों ने कानून को ठेंगा दिखाते हुए युवा पत्रकार मयंक वर्मा पर जानलेवा हमला कर दिया और उसका मोबाइल भी तोड़ डाला। सिंह द्वार पुल के नीचे हुए इस हमले के बाद भी हमलावर नही रुके और उन्होंने पत्रकार को चौराहे की दुकान में घुसकर मारा गया जहां वह अपनी जान बचाने के लिए भागे थे। जानलेवा हमले में पत्रकार के सिर पर गम्भीर चोट आई है साथ ही शरीर पर भी अंदुरुनी चोटे भी हैं। हैरानी की बात यह है कि शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में एक सिंहद्वार पर एक भी पुलिस कर्मी तैनात नही था। सूचना पाकर पुलिस ने देर रात वक हमलावर को धर दबोचा और एक अन्य हमलावर अगले दिन दोपहर तक पुलिस के हत्थे चढ़ गया। सभी को पुलिस ने बाद में निजी मुचलके पर रिहा भी कर दिया। माना जा रहा है रसूखदारों के प्रभाव के कारण ही यह सम्भव हो पाया। इस दौरान पत्रकार वर्मा पर लगातार समझौते का दबाव बनाया गया। किसी दबाव में न आकर पत्रकार ने आराध्य पुत्र नरेश निवासी विष्णु गार्डेन, करन खंडूजा पुत्र हरीश खंडूजा निवासी जगजीतपुर , सागर जट निवासी कनखल थाना क्षेत्र के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। आरोपी आराध्य एवं करन हरिद्वार के बड़े व्यवसायी के पुत्र बताए जा रहे।
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