
मनोज सैनी
हरिद्वार। नगर निगम, हरिद्वार क्षेत्र में आवंटन से अधिक यूनीपोल मिलने पर नगर निगम की महापौर ने आज कड़ा कदम उठाते हुए अवैध यूनीपोल पर जेसीबी चलवा दी। बताते चलें की विगत दिनों जब महापौर ने जांच और निरीक्षण ले दौरान पाया की यूनीपोल का ठेका लेने वाली कंपनी ने आवंटन से अधिक यूनीपोल निगम क्षेत्र में लगा रखे हैं, जिससे निगम को लाखों का नुकसान हो रहा है, तो उन्होंने निगम के जिम्मेदार अधिकारियों को कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए थे, मगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। उसके बाद महापौर ने विगत दिनों सिटी मजिस्ट्रेट से अवैध यूनीपोल को हटवाने के लिए पुलिस फोर्स की मांग की थी। जिस पर आज महापौर ने अवैध यूनीपोल को जेसीबी से गिरवाने का काम शुरू करवा दिया।
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महापौर श्री मति अनिता शर्मा ने निरीक्षण और जांच के दौरान पाया की अधिकारियों की मिलीभगत से यूनीपोल का ठेका लेने वाली कंपनी ने 89 यूनिपोल के स्थान पर 180 यूनीपोल लगा रखे है। महापौर द्वारा बताया गया की इन अवैध यूनीपोल को हटवाने के लिए उन्होंने निगम अधिकारियों को दर्जनों बार आदेश दिया मगर उनके आदेशों को अधिकारियों द्वारा अनसुना करते हुए निगम को लाखों रुपए का नुकसान पहुंचा दिया तो मेयर ने 24 तारीख से स्वयं अवैध यूनिपोल हटाने के लिए सिटी मजिस्ट्रेट से पुलिस बल की मांग की थी। महापौर में बताया की अवैध यूनीपोल से करोड़ों रूप का घपला पिछले कई सालों से चला आ रहा है और निगम के जिम्मेदार अधिकारी ही अवैध लेन देन कर निगम को भारी आर्थिक नुकसान पहुँचा रहे थे। उन्होंने बताया की निगम को आर्थिक नुकसान पहुंचाने वालों अधिकारियों पर शहर के बड़े नेताओं का वरदहस्त है। महापौर श्रीमती अनिता शर्मा ने कहा की वह हमेशा नगर व निगम हित में लड़ती रहेगी और जिन अधिकारियों की मिलीभगत से नगर निगम का नुकसान हुआ है उनसे एक एक पैसे की वसूली होगा। उन्होंने कहा की वह उत्तराखंड के मुख्य सचिव से भी निगम में हुए करोड़ों रु0 के घोटाले की निष्पक्ष जांच की मांग करेगी।
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