Apne log news

No.1 news portal of Uttarakhand

बाबा केदार के गर्भगृह की फोटो वायरल करने पर अमीरों के संत पर बरसे खानपुर विधायक उमेश कुमार। संत को लिखा खुला पत्र। पढ़िए पूरी खबर

मनोज सैनी

हरिद्वार। बागेश्वर बाबा और परमार्थ आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद मुनि महाराज द्वारा भगवान केदारनाथ गर्भगृह में खिंचवाई गई फोटो को सोशल मीडिया में वायरल करने पर खानपुर विधायक उमेश कुमार बहुत आक्रोशित हैं उन्होंने फोटो वायरल करने को लेकर अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लिखा है कि आज स्थिति ये हो गई है कि केदारनाथ गर्भगृह में सिर्फ अमीर बाबा संत महात्मा फोटो खिंचवा सकते हैं और उसे सोशल मीडिया पर खूब वायरल कर सकते हैं। अगर यही काम कोई सामान्य भक्त करता तो अबतक उसपर मुकदमेबाजी हो चुकी होती।

चलिए ,बागेश्वर बाबा तो मेहमान के तौर पर आए थे हमने मान लिया कि उन्हें ग्रभग्रह का फोटो सार्वजनिक न करने के बारे में पता न हो पर
स्वामी चिदानन्द जी आपको तो पता ही था । चिदानन्द जी, आपको संबोधित करते हुए ये खुला पत्र लिख रहा हूं।
आपके बारे में जैसा कि भिज्ञ ही है कि आप अमीरों के संत है और उन्ही की आरतियां करते हो और उतारते हो ।।
आप वही संत हो जो विश्व में पर्यावरण का संदेश देने के लिए प्रकृति ने पौधे लगाने की बजाय ग्लोब के ऊपर जल का अर्पण करते हैं ।
आज के सिस्टम ने भगवान के दर्शनों को भी दो भागों में बांट दिया है । एक तरफ अमीरों के वीआईपी दर्शन दूसरी तरफ सामान्य भक्त कभी ग्रभग्रह के दर्शन भी नही कर पाते।
स्वामी जी ।। क्या संतो की जिम्मेदारी नही बनती कि वो आचार संहिता का पालन करें ? या नियम कायदे कानून सिर्फ आम लोगो के लिए हैं ।

संतो ने इस भारतभूमि में हमेशा आदर्श स्थापित किए हैं स्वामी विवेकानंद, दयानंद सरस्वती जैसे संतो ने समाज के सुधारो के लिए प्रयास किए लेकिन आज के संत राजनीति से प्रेरित होकर काम करते हैं जिनसे जनता भी रूबरू है। सनातन का अर्थ नफरत पैदा करना बिलकुल नही रहा । सनातन का अर्थ मानव जीवन के उत्थान के लिए ही है।

स्वामी चिन्मयानंद जी ।। आपको सभी सनातनियो से क्षमा मांगनी चाहिए ताकि आप एक उदाहरण पेश करें।
बाकी सबको पता ही है कि भोलेनाथ जब त्रिनेत्र खोलते हैं तो क्या होता है । इसलिए संतो कि जिम्मेदारी बनती है कि पूजा कि पुरातन व्यवस्थाओं को आदर्श आचार संहिता के अंतर्गत ही किया जाय।

Share
error: Content is protected !!