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भाज पार्टी के अध्यक्ष जे पी नड्डा का फ्लॉप त्रिदेव सम्मेलन छोड़ गया कई सवाल। क्या खाली कुर्सियां से होगा 4 सौ का आंकड़ा पार?

मनोज सैनी
हरिद्वार। विश्व की सबसे बड़ी पार्टी का दंभ भरने वाली और 2024 के चुनाव में 400 पार का नारा देने वाली भाज पार्टी की कलई कल उस समय खुल गई जब भाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के हरिद्वार में हुए रोड शो के बाद त्रिदेव सम्मेलन के नाम पर एक जनसभा आयोजित की गई, जिसमें चंद कार्यकर्ताओं के सिवा कोई नहीं आया जिस कारण सम्मेलन में लगाई गई कुर्सियां खाली पड़ी रही। जो आज दिन भर लोकसभा क्षेत्र ही नहीं वरन पूरे भारत में चर्चा का केंद्र बनी रही।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के हरिद्वार दौरे को फेल बताते हुए कहा की भाजपा खाली कुर्सियों वाले प्रोग्राम को सफल आयोजन बता रही है। उन्होंने भाजपा नेताओं के दौरों पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा के स्टार प्रचारकों से कांग्रेस के ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार कार्यकर्ता मुकाबला कर रहे हैं और इन्ही कार्यकर्ताओं के दम पर कांग्रेस को जीत मिलेगी।
नड्डा के कार्यक्रम में खाली पड़ी कुर्सियां खुद बयां कर रही है की हरिद्वार भाज पार्टी में कितने बड़े स्तर पर गुटबाजी चल रही है, वो भी तब जब पूर्व मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद के वेद मंदिर आश्रम में रोड शो के दौरान नड्डा के स्वागत के लिए भारी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
अंदरूनी जानकारी मिली है कि जब से भाज पार्टी ने हरिद्वार लोक सभा से सांसद रमेश पोखरियाल निशंक का टिकट काटकर पूर्व असफल मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को उम्मीदवार बनाया है और उसके बाद जिस प्रकार त्रिवेंद्र रावत पूर्व मंत्री और हरिद्वार के नगर विधायक मदन कौशिक के हाथों की कट पुतली बने हुए है, इस कारण निशंक गुट ने त्रिवेंद्र रावत के चुनाव से दूरी बना ली है। विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है की पूर्व मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, पूर्व विधायक संजय गुप्ता और सभी निशंक समर्थक त्रिवेंद्र से दूरी बनाए हुए है। ऐसे में त्रिदेव सम्मेलन जिसमे पन्ना प्रमुख, शक्ति केंद्र प्रमुख, मंडल एयर जनपद के सभी पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया था मगर सम्मेलन के लिए बिछाई गई 5 हजार कुर्सियों में से आधी से ज्यादा कुर्सियां खाली पड़ी दिखाई दी। जिस कारण राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा का त्रिदेव सम्मेलन फ्लॉप होने के साथ कई सवाल छोड़ गया। जिनमें क्या प्रथम चरण के चुनावी अभियान में राष्ट्रीय अध्यक्ष के फ्लॉप सम्मेलन से भाज पार्टी 400 पार कर पाएगी? हरिद्वार जैसी गुटबाजी देश के अनेकों लोकसभा क्षेत्रों से मिल रही है जहां मोदी और शाह की जोड़ी ने अपने वर्तमान सांसदों के टिकट काटे है? मोदी शाह की जोड़ी ने भाज पार्टी में विपक्ष के ऐसे नेताओं को शामिल कर उन्हे बड़े बड़े पदों पर विराजमान कर दिया जिससे पार्टी कार्यकर्ता बेहद नाराज है।

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