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केदारनाथ धाम के पैदल रास्ते पर घोड़े खच्चरों से लग रहा है जाम। 2461 घोड़े-खच्चरों का हुआ स्वास्थ्य परीक्षण, 146 का चालान।

मनोज सैनी

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम के पैदल रास्ते पर घोड़े खच्चरों से भी जाम लग रहा है। संचालक घोड़े खच्चरों को तय स्थान के बजाय, बीच रास्ते में ही रोक रहे हैं। इस कारण प्रशासन अब तक 146 संचालकों का चालान कर चुका है। श्री केदारनाथ धाम यात्रा शुरू हुए 20 दिन पूरे हो चुके हैं। भगवान शिव के आशीर्वाद से यात्रा अभूतपूर्व रूप से संचालित हो रही है। देश-विदेश से बाबा केदारनाथ के दर्शनों को पहुंच रहे श्रद्धालुओं कोई असुविधा न हो इसके लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है तथा सुव्यवस्थित यात्रा संचालन हेतु लगातार प्रयास कर रहा है। पैदल मार्ग पर यात्रा सुचारू एवं सुव्यवस्थित हो यह जिला प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है। इसके लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट, पुलिस प्रशासन, यात्रा मैनेजमेंट फोर्स सहित अन्य संबंधित अधिकारी लगातार पैदल मार्ग पर प्रतिदिन निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार कर व्यवस्था दुरुस्त करने में लगे हैं।

श्री केदारनाथ मार्ग पर घोड़ा-खच्चर संचालन का मैनेजमेंट सबसे कठिन चुनौतियों में से एक है। घोड़ा-खच्चरों के कारण यात्रा बाधित न हो इसके लिए इस वर्ष रोटेशन के आधार पर अधिकतम 5000 घोड़े एक बार में यात्रा मार्ग पर संचालित कराए जा रहे हैं। जिसमें से 1000 घोड़े माल ढोने के लिए रिजर्व रखे गए हैं। मुख्य मार्ग पर जाम की स्थिति पैदा न हो इसके लिए जिला प्रशासन ने घोड़े-खच्चरों के मुख्य मार्ग पर विश्राम पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया हुआ है। मुख्य मार्ग से 50 मीटर दूरी पर ही घोड़े-खच्चर रोके जा सकते हैं। घोड़ा-खच्चर यूनियन भी इन नियमों का पालन करने के लिए तैयार हैं, लेकिन कुछ हॉकर बावजूद इसके मुख्य मार्ग एवं इसके नजदीक घोड़े-खच्चर खड़े कर रहे हैं। जिससे पैदल मार्ग में संकरे स्थान पर जाम जैसी स्थिति पैदा होने के साथ ही गंदगी होती है। यात्रियों को ऐसी किसी परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए निरीक्षण के साथ ही लगातार चालान एवं घोड़े-खच्चर पर प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है। साथ ही यात्रियों के लिए बनाए गए शेड में घोड़े-खच्चर बंधे मिलने पर भी चालान एवं घोड़े-खच्चर पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आशीष रावत ने बताया कि यात्रा शुरू होने से आज तक यात्रा मार्ग पर 2461 घोड़े का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है। बीमार या चोटिल होने पर 685 घोड़े- खच्चरों का उपचार किया जा चुका है। जबकि 40 घोड़े- खच्चर अनफिट पाए गए हैं जिनपर प्रतिबंध लगाया गया। वहीं अनियमितता एवं नियमों के उल्लंघन पर अब तक 146 घोड़े- खच्चरों का चालान कर उन्हें ब्लॉक किया जा चुका है। श्री केदारनाथ धाम पहुंच रहे श्रद्धालु जिला प्रशासन के इस प्रयास की सराहना कर रहे हैं।

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