
सुनील मिश्रा
हरिद्वार। शिवडेल स्कूल, जगजीतपुर हरिद्वार स्थित स्ववेद प्ले ग्रुप में ‘विद्या आरंभ संस्कार’ का आयोजन अत्यंत धूमधाम और उल्लास के साथ किया गया। इस विशेष अवसर पर बच्चों की जिव्हा पर शहद से “ॐ” लिखा गया और उन्हें पुष्प व प्रसाद अर्पित कर, माँ सरस्वती से आशीर्वाद प्राप्त करते हुए उनके शैक्षिक सफर की शुरुआत की गई। विद्या आरंभ संस्कार न केवल शिक्षा की शुरुआत है, बल्कि यह बच्चों में एक गहरी आध्यात्मिक चेतना और ज्ञान के प्रति प्रेम का संचार करता है, जो उन्हें जीवन के हर कदम पर मार्गदर्शन देता है।
कार्यक्रम की शुरुआत शिवडेल स्कूल के चेयरमैन, श्रद्धेय स्वामी शरदपुरी जी द्वारा दीप जलाकर और भगवान गणेश जी एवं माँ सरस्वती जी को पुष्प माला अर्पित करके की गयी। स्वामी शरदपुरी जी ने अपने संबोधन में ‘ॐ’ के महत्व को विस्तार से समझाया और कहा, “ॐ केवल एक ध्वनि नहीं, बल्कि यह सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड के उत्पत्ति, स्थिति और संहार का प्रतीक है। यह शब्द शांति, ज्ञान और सकारात्मकता का स्रोत है, जो हमारे जीवन में न केवल सफलता बल्कि आंतरिक शांति भी लाता है। बच्चे जब ‘ॐ’ का उच्चारण करते हैं, तो यह उनके जीवन में सद्गुणों के आगमन और हर एक कठिनाई को पार करने की क्षमता का प्रतीक बनता है।”
स्वामी जी ने आगे कहा, “माँ सरस्वती, जो ज्ञान की देवी हैं, उनके आशीर्वाद से हम जीवन में प्रत्येक मोड़ पर सफलता की ओर बढ़ सकते हैं। यह संस्कार बच्चों के जीवन में शिक्षा की वास्तविक महत्ता को समझने और उनके भीतर ज्ञान की शक्ति को जगाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।”
इस पावन अवसर पर शिवडेल स्कूल के प्रधानाचार्य श्री अरविंद बंसल, कोऑर्डिनेटर श्री विपिन मलिक, श्री विनीत मिश्रा, स्वामी केशवानंद जी और स्कूल के अन्य शिक्षकगण भी उपस्थित रहे। विद्या आरंभ संस्कार के माध्यम से बच्चों को शिक्षा की दिशा में एक नया दृष्टिकोण मिला, और यह संस्कार उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए एक मजबूत आधार बनेगा। इस अवसर पर बच्चों के चेहरे पर उल्लास और आशा की झलक थी, जो उनकी शैक्षिक यात्रा की शुरुआत को अत्यधिक प्रेरणादायक बना रही थी।
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