मनोज सैनी
हरिद्वार। मोदी सरकार द्वारा बनाये गए तीन कृषि कानूनों को लेकर देशभर के किसान आन्दोलित है और उनका आंदोलन उसी दिन से चल रहा है जिस दिन संसद में सरकार ने इसे वोटिंग के जरिये नहीं बल्कि ध्वनि मत से पारित करवा दिया। देशभर के किसानों का कहना है कि मोदी सरकार ने असल में तीनों कृषि कानून किसानों के हित के लिये नहीं बल्कि अपने पूंजीपति मित्रों के लाभ के लिये बनाये हैं। जिस तरह से मोदी सरकार ने कोरोना काल व आनन फानन व बिना किसानों के राय मशविरा के तीनों कृषि कानून बनाये है उससे तो यही साबित होता है कि मोदी सरकार ने कृषि कानून किसानों के लिये नहीं बल्कि अपने पूंजीपति दोस्तों के लाभ के लिये ही बनाये है। बहरहाल सत्यता कुछ भी हो लेकिन देशभर के किसान पिछले 18 दिनों से दिल्ली की सीमा पर कड़कती ठंड में इन काले कानूनों के खिलाफ डटा हुआ है और इन नये कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहा है लेकिन मोदी सरकार है कि पूंजीपतियों के दबाव में देश के किसानों की मांगों को अनसुना कर रही है। किसानों ने अब आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी सरकार को दे दी है जिससे केंद्र सरकार भारी दबाव में है। सरकार किसानों के आंदोलन को दबाने के लिये तरह तरह के हथकंडे भी अपना रही है लेकिन किसान टस से मस नहीं हो रहा है। सरकार भी अड़ियल रवैय्या अपनाए हुए है और अब भाजपा और सरकार ने नए कृषि कानूनों को समझाने के लिये देशभर में 100 प्रेस वार्तायें व 700 चौपालों के जरिये कृषि कानूनों को समझाने का बीड़ा उठाया है। इसी कड़ी में उत्तराखंड भाजपा ने मोदी सरकार के तीनों कृषि कानूनों को प्रचार प्रसार करने को लेकर सरकार के मंत्रियों, विधायकों और बड़े बड़े नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है।
उत्तराखण्ड भाजपा द्वारा जारी सूची के अनुसार 13 दिसंबर से लेकर 15 दिसंबर तक कई कैबिनेट मंत्री राज्यमंत्री और संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी प्रत्येक जिले में पत्रकार वार्ता कर कृषि विधेयक की पूरी जानकारी देंगे। 13 दिसम्बर को स्वयं प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत हल्द्वानी में, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक महानगर देहरदून मे और धनसिंह रावत चमोली में पत्रकार वार्ता कर कृषि विधेयक से किसानों को होने वाले लाभ की जानकारी मीडिया के माध्यम से जनता को देंगे। 14 दिसम्बर को धनसिंह रावत टिहरी, रुद्रप्रयाग जबकि प्रदेश प्रवक्ता विनोद सुयाल उत्तरकाशी में, ऋषिकेश में विनय गोयल, विकासनगर में जे पी गैरोला, रुड़की में विनय रुहेला,अल्मोड़ा में प्रकाश रावत, सुदेश परिहार चंपावत, 15 दिसम्बर को हरिद्वार में देवेंद्र भसीन, वीरेंद्र बिस्ट पौड़ी में,पिथौरागढ़ में गजराज बिस्ट, अरविंद पांडेय ऊधमसिंह नगर, हरक सिंह रावत कोटद्वार, केदार जोशी बागेश्वर ओर बलराज पासी नैनीताल में कृषि विधेयक से किसानों को होने वाले लाभ की विस्तार से जानकारी देंगे।
More Stories
खुलासा: वर्ष 2024 में उत्तराखंड में महिला अपहरण, हत्या, चोरी के अपराधों में बढ़ोत्तरी।
सिडकुल में होटल की आड़ में चल रहा था जिस्मफरोशी का गोरखधंधा, पुलिस ने छापा मार 3 महिलाओं सहित 7 को किया गिरफ्तार।
निकाय मतदाता सूचियों में गड़बड़ी को लेकर कांग्रेस ने सीएम कार्यालय पर प्रदर्शन कर दिया ज्ञापन। बीएलओ और सम्बन्धित अधिकारियों के खिलाफ की कार्यवाही की मांग