ब्यूरो
देहरादून। विजिलेंस ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए सीएचसी नैनीडांडा के प्रभारी डा. आशुतोष त्रिपाठी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। त्रिपाठी को अदालीखाल पीएचसी पर नियुक्त नर्सिंग अधिकारी से उनकी नियुक्ति उसी पीएचसी पर बनाए रखने के एवज में 20,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। ट्रैप होते ही विजिलेंस की एक टीम आरोपी डाक्टर के हल्द्वानी क्षेत्र स्थित आवास पर छापा मारा। विजिलेंस से मिली सूचना के मुताबिक पीएचसी अदालीखास पर तैनात नर्सिंग अधिकारी ने शिकायत दी। बताया कि उन्हें उनकी तैनाती स्थल से हटाने के लिए प्रभारी अधिकारी डा. आशुतोष त्रिपाठी ने दबाव बनाया। नर्सिंग अधिकारी ने उनसे बात की। आरोप है कि इस दौरान तैनाती उसी स्थान पर बनाए रखने की एवज में रिश्वत की मांग की गई। नर्सिंग अधिकारी के बात करने पर आरोपी डाक्टर ने बीस हजार रुपये में डील की। नर्सिंग अधिकारी ने रिश्वत देने के बजाए घुसखोर डाक्टर की शिकायत विजिलेंस में कर दी। विजिलेंस ने टीम बनाकर ट्रैप का जाल बिछाया। सोमवार को आरोपी अदालीखाल पीएचसी के इंचार्ज डा. आशुतोष को जैसे ही नर्सिंग अधिकारी ने रिश्वत की रकम दी तो उसे विजिलेंस ने ट्रैप कर लिया गया। आरोपी ने इस दौरान बचने के लिए खींचतान की। हालांकि सफल नहीं हो पाया। गिरफ्तारी के बाद सतर्कता सेक्टर हल्द्वानी की टीम ने आरोपी के आवास पर सर्च शुरू किया। इस दौरान चल-अचल संपत्ति के संबंध में तलाशी और पूछताछ की गई। पुलिस अधीक्षक विजिलेंस मुख्यालय ने ट्रैप टीम को 2,500 रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की है।

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